नालंदा की अनीता देवी ने मशरूम की खेती से बदल दी महिलाओं की जिंदगी, PM मोदी ने की सराहना
Anita Devi Of Nalanda: अनीता देवी की कहानी संघर्ष, आत्मनिर्भरता और सफलता की मिसाल है. उन्होंने साल 2012 में बिहार सरकार की जीविका योजना से जुड़कर मशरूम की खेती की शुरुआत की थी.

International Womens Day: अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नालंदा के चंडी प्रखंड के अनंतपुर गांव की रहने वाली अनीता देवी को पीएम ने अपने एक्स अकाउंट पर बधाई दी है. अनीता देवी को बधाई पीएम की ओर से आने के बाद परिवार वालों में काफी खुशी है. वहीं अनीता देवी को बधाई देने के लिए इलाके से कई जनप्रतिनिधि भी आ रहे हैं.
150 रुपये से मशरूम की खेती की
दरअसल अनीता देवी 2012 में जीविका से जुड़ीं. इसके बाद इन्होंने मशरूम की खेती का परीक्षण लिया. उसके बाद 150 रुपये से मशरूम की खेती की. उसके बाद जीविका से बिजनेस करने के लिए अभी तक लगभग दस लाख रुपये तक का लोन ले चुकी हैं. मगर मशरूम की अच्छी बिजनेस होने के बाद इन्होंने लोन को चुका दिया. अभी तक इन्होंने आधा दर्जन महिलाओं को प्रशिक्षण भी दे दिया है.
मैं अनीता देवी, नालंदा जिले के अनन्तपुर गांव की रहने वाली हूं। मैंने जीवन में बड़े संघर्ष देखे हैं। लेकिन मेरा हमेशा से मन था, अपने दम पर कुछ करने का। 2016 में मैंने खुद स्वरोजगार करने का निर्णय लिया था। उसी दौर में स्टार्ट-अप्स का इतना क्रेज बढ़ गया था। इसलिए 9 साल पहले मैंने भी… pic.twitter.com/DFrQ8sDJd2
— Narendra Modi (@narendramodi) March 8, 2025
पीएम ने एक्स पर लिखा, "मैं अनीता देवी, नालंदा जिले के अनन्तपुर गांव की रहने वाली हूं, मैंने जीवन में बड़े संघर्ष देखे हैं, लेकिन मेरा हमेशा से मन था, अपने दम पर कुछ करने का. 2016 में मैंने खुद स्वरोजगार करने का निर्णय लिया था. उसी दौर में स्टार्ट-अप्स का इतना क्रेज बढ़ गया था. इसलिए 9 साल पहले मैंने भी अपनी माधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की स्थापना की.
अनीता देवी ने पीएम के बधाई देने पर कहा कि हम मशरूम का काम करते हैं, हमारे कार्य को देखकर एक कंपनी भी बना रखी है. काम को देखते हुए पीएम के जरिए आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर बधाई दी गई है. ट्वीट के माध्यम से हमारे प्रधानमंत्री ने संबोधित किया, जिससे बहुत खुशी हुई, प्रधानमंत्री के कई योजन चला रहे हैं वो अलग-अलग इलाके में काम करे और आगे बढ़ें, जिससे देश के साथ-साथ राज्य की प्रगति हो.
अनीता देवी की कहानी संघर्ष, आत्मनिर्भरता और सफलता की मिसाल है. उन्होंने साल 2012 में बिहार सरकार की जीविका योजना से जुड़कर मशरूम की खेती की शुरुआत की थी. पहले उन्होंने मात्र 150 रुपये से मशरूम उत्पादन का प्रयोग किया और धीरे-धीरे इसे एक बड़े व्यवसाय में तब्दील कर दिया. खेती को बढ़ाने के लिए उन्होंने जीविका से लोन लिया और इसे व्यवस्थित रूप से चुकता भी किया.
मशरूम उत्पादन से लाखों की कमाई
आज अनीता देवी मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में न सिर्फ खुद सफल हैं, बल्कि कई अन्य महिलाओं को भी प्रशिक्षित कर उन्हें मशरूम उत्पादन से लाखों की कमाई कराई. अपने मेहनत और दृढ़ संकल्प से अनीता देवी ने मशरूम की खेती को एक सफल बिजनेस मॉडल में बदल दिया. अनीता देवी की सफलता की कहानी उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणादायक है, जो आत्मनिर्भर बनने का सपना देखती हैं. उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर सही मार्गदर्शन, मेहनत और धैर्य के साथ काम किया जाए तो छोटे स्तर से शुरू करके भी एक बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है.
ये भी पढ़ेंः तेजस्वी यादव ने महिला दिवस पर कर दिया बड़ा ऐलान, 'माई-बहिन मान' योजना के बाद अब 'BETI' स्कीम
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
