पटना: पूरे देश में कोरोना महामारी की वजह से आर्थिक गतिविधि धीमी पड़ गई है. बिहार में भी आर्थिक गतिविधि पर कोरोना की वजह से काफी असर पड़ा है. लेकिन बिहार में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए निवेश प्रस्तावों पर कोरोना महामारी का कोई असर नहीं पड़ा है. नई सरकार की गठन के बाद से अब तक बिहार में उद्योग लगाने के लिए 6199 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आ चुके हैं.


सभी जिलों के लिए प्राप्त हुए निवेश प्रस्ताव 


इथेनॉल उत्पादन, ऑक्सीजन उत्पादन, फूड प्रोसेसिंग, हेल्थकेयर, मैन्यूफैक्चरिंग, प्लास्टिक और रबड़ जैसे विभिन्न उद्योगों की स्थापना के लिए लगभग बिहार के सभी जिलों के लिए निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं. मुजफ्फरपुर और बेगूसराय जिलों में सबसे अधिक हजार- हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव यानी इन दो जिलों को मिलाकर ही 2000 करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं.


आत्मनिर्भर बिहार का संकल्प होगा पूरा


बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने शुक्रवार को कहा, “बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में आत्मनिर्भर बिहार का संकल्प पूरा होकर रहेगा. बिहार में उद्योग लगाने के इच्छुक आवेदनकर्ताओं की कमी नहीं है." शाहनवाज हुसैन ने कहा, “अभी तक विभिन्न उद्योगों के लिए कुल 6199 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं और जून के आखिर तक करीब 2000 करोड़ का निवेश प्रस्ताव और आ सकता है क्योंकि 30 जून तक इथेनॉल पॉलिसी के तहत आवेदन आना है. "


शाहनवाज हुसैन ने कहा कि “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लाई गई खासकर इथेनॉल उत्पादन प्रोत्साहन नीति और ऑक्सीजन उत्पादन नीति को लेकर निवेशकों में रुझान जबरदस्त है और देश की नामी कंपनियों ने बिहार में निवेश की इच्छा जाहिर की है." बता दें कि शुक्रवार को बिहार प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा के द्वारा “युवा उद्यमी-विकसित बिहार” विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया था, जिसे बिहार बीजेपी अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल और उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने संबोधित किया.


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