पटना: तत्कालीन आईजी अमित लोढ़ा (IPS Amit Lodha) पर विशेष निगरानी इकाई ने सात दिसंबर को निजी स्वार्थ के लिए वित्तीय अनियमितता के आरोप में एफआईआर दर्ज की थी. बीते शुक्रवार को एएनआई न्यूज एजेंसी के अनुसार बातें सामने आई थी कि अमित लोढ़ा को इस मामले में निलंबित किया गया है, लेकिन इस मामले में पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह (ADG Jitendra Singh Gangwar) गंगवार ने खारिज करते हुए कहा कि पुलिस मुख्यालय को अमित लोढ़ा के निलंबन की ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है. शनिवार को एबीपी न्यूज़ से बातचीत में एडीजी ने कहा कि न ही पुलिस मुख्यालय में गृह विभाग से कोई कागजात उपलब्ध हुए हैं. अब कहा गया है कि इस मामले में जांच गृह विभाग करेगा और आगे की कार्रवाई भी विभाग के ओर से होगी.


गृह विभाग लेगा जांच के बाद एक्शन


जे एस गंगवार ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में जानकारी देते हुए कहा कि विशेष निगरानी इकाई को जो और सबूत मिले हैं उसके आधार पर अमित लोढ़ा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, लेकिन उनके निलंबन या उनकी नौकरी पर जो कार्रवाई होनी है वह गृह विभाग करेगा. गृह विभाग अगर कोई कार्रवाई करता है तो उसके बाद उसकी एक कॉपी पुलिस मुख्यालय में आएगी. गृह विभाग ने अभी इस पर कोई एक्शन नहीं लिया है क्योंकि गृह विभाग की ओर से सभी बिंदुओं पर पूरे मामले की जांच होगी. इसके बाद निर्णय लिया जाएगा. इस  पूरी प्रक्रिया में अभी समय लगना है. पुलिस मुख्यालय से अमित लोढ़ा के खिलाफ कोई भी कार्रवाई की जानकारी गृह विभाग से नहीं दी गई है.


क्या है पूरा मामला


आईजी अमित लोढ़ा पर विशेष निगरानी इकाई ने एफआईआर दर्ज की है. उन पर आरोप है की नेटफ्लिक्स पर 25 नवंबर को एक वेब सीरीज " खाकी "द बिहार चेप्टर रिलीज हुई थी. इसको लेकर अमित लोढ़ा चर्चा में आ गए हैं. विशेष निगरानी इकाई ने अमित लोढ़ा पर निजी स्वार्थ के लिए वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया था. इस मामले में जांच की गई थी. एसयूवी के अनुसार पुलिस मुख्यालय और वरीय प्राधिकार की तरफ से समीक्षा की गई थी. इसके बाद निगरानी विभाग से मिले आदेश के बाद अमित लोढ़ा के खिलाफ सात दिसंबर को प्रिवेंशन ऑफ करप्शन और आईपीसी धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी.


वेब सीरीज को लेकर है बवाल


विशेष निगरानी इकाई ने आरोप लगाते हुए पत्र में लिखा है कि चुंकी अमित लोढ़ा अभी एक सेवारत आईपीएस अधिकारी हैं. वे एक स्थापित लेखक नहीं है इसलिए वह वेब सीरीज के लिए किसी भी फॉर्म के साथ करार नहीं कर सकते हैं. अमित लोढ़ा पर सौदे से 12,372 रुपये प्राप्त करने का आरोप लगाया गया है. जबकि 38.25 लाख रुपये उनकी पत्नी कौमिदी के खाते में जमा किए गए थे. प्राथमिकी में यह भी कहा गया है कि अवैध रूप से अर्जित धन की लेनदेन को सुविधाजनक बनाने के लिए फॉर्म कौमिदी के बीच एक समझौता हुआ था.


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