'IPS Vikas Vaibhav को किसी का भय नहीं', CM की फटकार के बाद भी ट्विटर पर आवाज बुलंद, जानें अब क्या बोले ऑफिसर
Bihar IPS Officers Fight: शनिवार के बाद फिर रविवार को भी आईपीएस विकास वैभव ने ट्वीट किया है. शोभा अहोतकर पर आरोप लगाने के बाद ही सारा विवाद शुरू हुआ है.
पटना: बिहार में दो आईपीएस अफसरों के बीच जंग छिड़ी हुई है. आईपीएस शोभा अहोतकर (Shobha Ohatker) पर विकास वैभव ने गाली देने और तरह तरह के आरोप लगाकर ट्वीट किया था जिसे बाद में डिलीट भी कर दिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने आईपीएस विकास वैभव (Vikas Vaibhav) द्वारा ट्वीट के जरिए इस तरह की जानकारी दिए जाने पर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि अगर ऐसी कोई समस्या है तो आकर बात करें. इस तरह से ट्वीट करना गलत है. इधर, विकास वैभव को नीतीश कुमार की ये बात शायद ठीक नहीं लगी. वो लगातार सोशल मीडिया पर ट्वीट कर रहे. रविवार को भी उन्होंने ट्वीट में श्लोक लिखा है.
विकास वैभव के ट्वीट में कई मैसेज
विकास वैभव उसी श्लोक को चुनते हैं जो कि बिहार में इस वक्त चल रहे हालातों का जिक्र करते हों. हालांकि देखा जाए तो दोनों आईपीएस की लड़ाई में मुख्यमंत्री ने विकास वैभव को ही फटकार लगाई है. उनको शो कॉज नोटिस भी जारी हुआ है. इसके बावजूद उनके हौसले बुलंद हैं और सोशल मीडिया के जरिए वह सच्चाई को परोसने की बात कर रहे और उसी तरह के ट्वीट पोस्ट कर रहे. रविवार को आईजी ने लिखा कि "सदयं हृदयं यस्य भाषितं सत्यभूषितम्। कायं परहितं यस्य कलिस्तस्य करोति किम् ॥"
इसका हिंदी में अर्थ हुआ कि "जिसके हृदय में दया है, जिसकी वाणी में सत्य है, जिसके कार्य भी दूसरों के हित के लिए है, उसका काल (मृत्यु) भी क्या कर सकेगा अर्थात् ऐसे व्यक्ति को मृत्यु का भी भय नहीं होता ।" इस ट्वीट के जरिए शायद वो कहना चाह रहे कि उनको किसी का डर नहीं है. वो सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे हैं.
"सदयं हृदयं यस्य भाषितं सत्यभूषितम् ।
— Vikas Vaibhav, IPS (@vikasvaibhavips) February 12, 2023
कायं परहितं यस्य कलिस्तस्य करोति किम् ॥"
अर्थात - "जिसके हृदय में दया है, जिसकी वाणी में सत्य है, जिसके कार्य भी दूसरों के हित के लिए है, उसका काल (मृत्यु) भी क्या कर सकेगा अर्थात् ऐसे व्यक्ति को मृत्यु का भी भय नही होता ।"#SundayThoughts
पहले भी किया है ट्वीट
इससे पहले ही उन्होंने ऐसे ही एक श्लोक पोस्ट किय़ा था जिसमें उनका कहना था कि एक मूर्ख के पांच लक्षण होते हैं. घमंड, दुष्ट, वार्तालाप, क्रोध, जिद्दी तर्क और अन्य लोगों के लिए सम्मान में कमी. हालांकि देखा जाए तो विकास वैभव काफी शांत मिजाज के इंसान रहे हैं. बिहार की जनता में काफी चर्चित रहे हैं.
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