बेगूसराय: बिहार के सीएम नीतीश कुमार कई दिनों से समाधान यात्रा (Samadhan Yatra) कर रहे हैं. आज गुरुवार को उनकी यात्रा का अंतिम दिन है. गुरुवार को जब वे यात्रा के तहत बेगूसराय पहुंचे तो वहां कुछ युवाओं ने विरोध करना शुरू कर दिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) का काफिला जिला समाहरणालय की ओर रवाना हो रहा था. इसी दौरान युवक आईपीएस विकास वैभव (IPS Vikas Vaibhav) की तस्वीर लेकर उनके समर्थन में और नीतीश कुमार के विरोध में मुर्दाबाद का नारा लगाने लगे.


दरअसल, बेगूसराय पहुंचने के बाद नीतीश कुमार ने जिले की जीविका दीदियों द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टॉल का निरीक्षण किया. इसके बाद उनका काफिला जैसे ही बेगूसराय प्रखंड से निकला तो सड़क किनारे पहले से कुछ युवक खड़ा थे. वे नीतीश कुमार को ज्ञापन देना चाह रहे थे लेकिन सुरक्षा बलों ने ऐसा करने से रोक दिया. इसके बाद युवकों ने नीतीश कुमार मुर्दाबाद का नारा लगाना शुरू कर दिया. विरोध कर रहे युवकों का कहना था कि जिस तरह शोभा अहोटकर द्वारा ईमानदार पुलिस पदाधिकारी विकास वैभव को बिहारी कहकर गाली दी गई ये पूरे बिहारियों को गाली देना हुआ. सरकार इस पर तुरंत कार्रवाई करे. 


क्या है विकास वैभव का मामला?


बता दें कि कुछ दिनों पहले अग्निशमन के आईजी विकास वैभव का ट्विटर पोस्ट वायरल हुआ था. उन्होंने लिखा था कि वह मैडम से गाली सुन रहे हैं. उन्होंने रिकॉर्ड का दावा किया था. हालांकि बाद में उन्होंने ट्वीट हटा दिया था लेकिन वह वायरल हो चुका था. इस मामले में उन पर नोटिस जारी हो गया और 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा गया था. नोटिस में विकास वैभव द्वारा लगाए गए आरोपों को विभाग ने कानून का उल्लंघन और बेबुनियाद बताया गया था. विकास वैभव को यह नोटिस महानिदेशक महासमादेष्टा गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवा पटना की ओर से जारी किया गया था.


सीएम ने कहा था- ट्वीट करना काम नहीं


इस मामले में पूर्णिया में समाधान यात्रा के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि ऑफिसर का काम ट्वीट करना नहीं है. आप सही जगह पर अपनी समस्या बताइए. अपने सीनियर अधिकारी से बात कीजिए. इस तरह के चीजों को सार्वजनिक घोषणा नहीं करनी चाहिए.


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