Ticket Crisis in Festival: 31 अक्टूबर को दिवाली है. इसके लगभग एक सप्ताह बाद यानी सात नवंबर को बिहार का महान पर्व छठ पूजा है. बिहार से बाहर रहने वाले लोग इस पर्व पर घर जरूर आते हैं लेकिन हर बार की तरह इस बार भी ट्रेनों में सीट फुल हो गई है. फ्लाइट का किराया भी आसमान छू रहा है. 31 अक्टूबर को दिवाली है और ऐसे में लोग 27 या 28 अक्टूबर को घर आना चाहेंगे. ऐसे में हमने बुधवार (09 अक्टूबर) को कुछ बड़े शहरों से पटना के बीच ट्रेन और फ्लाइट का स्टेटस चेक किया. पढ़िए क्या अपडेट है.


मुंबई से पटना: 27 और 28 अक्टूबर की तारीख में मुंबई से पटना के लिए पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, लोकमान्य तिलक समेत कई ट्रेनें हैं. हालांकि किसी भी ट्रेन में सीट नहीं है. स्लीपर से लेकर एसी तक वेटिंग में है. तत्काल एक ऑप्शन हो सकता है.
नई दिल्ली और आनंद विहार से पटना: नई दिल्ली और आनंद विहार से पटना के रूट में कई ट्रेनें हैं, लेकिन नवंबर की बात छोड़िए दिसंबर तक सीटें फुल हैं. कुछ स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं लेकिन उनमें भी वेटिंग है. नई दिल्ली से राजेंद्र नगर तक चलने वाली संपूर्ण क्रांति में 27 अक्टूबर की तारीख में स्लीपर क्लास में 121 वेटिंग है. 
बेंगलुरु से पटना: बेंगलुरु से पटना के लिए 27 अक्टूबर को हमसफर में 195 वेटिंग है. संघमित्रा की बात करें तो इस ट्रेन के स्लीपर कोच में 248 वेटिंग है. थर्ड एसी और अन्य एसी क्लास में भी टिकट फुल है. एक स्पेशल ट्रेन दानापुर तक आती है उसमें भी सीट नहीं है.
हैदराबाद से पटना: हैदराबाद से पटना के लिए सिकंदराबाद-दानापुर सुपरफास्ट में तो वेटिंग टिकट भी नहीं है. स्लीपर-एसी सब फुल है. सिकंदराबाद से दानापुर तक के लिए एक स्पेशल ट्रेन (03226) भी है लेकिन उसमें भी टिकट वेटिंग में है.


फ्लाइट का किराया क्या है?


दिवाली पर घर आना चाहते हैं तो 27 अक्टूबर की तारीख में बेंगलुरु से पटना तक का किराया 16 से 17 हजार तक देना पड़ेगा. दिल्ली से पटना तक के लिए किराया ठीक है. थोड़ा महंगा है लेकिन 11 से 12 हजार में मिल जाएगा. सबसे अधिक दिक्कत मुंबई वालों के लिए है. अगर ट्रेन में टिकट नहीं मिला तो फ्लाइट ऑप्शन है लेकिन किराया बहुत महंगा है. मुंबई से पटना के लिए 27 अक्टूबर की तारीख में आपके 19 से 20 हजार रुपये देने पड़ सकते हैं.


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