पटना: बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दौरान नील गाय से फसल नुकसान का मुद्दा उठा है. इस मामले को बीजेपी एमएसली नवल यादव ने उठाया है. उन्होंने कहा कि नील गायों से किसानों का नुकसान हो रहा है. ऐसे में नील गाय से किसान को होने वाले नुकसान का मुआवजा सरकार की ओर से दिया जाए. इस सवाल को उठाते हुए बीजेपी एमएलसी ने सरकार से मांग की है कि नुकसान का मुआवजा दिया जाए. साथ ही साथ नीलगायों को खेतों से पकड़ कर जंगल में छोड़ने की व्यवस्था भी की जाए.
वहीं, बीजेपी एमएलसी के इस सवाल का जवाब पार्टी के विधायक और बिहार सरकार में वन पर्यावरण मंत्री नीरज सिंह ने दिया है. उन्होंने कहा है कि नीलगाय धीरे-धीरे पूरे राज्य में एक बड़ी परेशानी होती जा रही हैं. यह हम लोग भी महसूस कर रहे हैं. हम लोग उसका ठोस उपाय कर रहे हैं. सरकार फसल नुकसान करने वाले नील गाय की नसबंदी करने की योजना बना रही है. ताकि उसका प्रजनन कम हो.
नीलगाय को नसबंदी कर जंगलो में छोड़ा जाएगा- मंत्री
नीरज सिंह ने कहा कि नीलगाय को नसबंदी कर जंगलो में छोड़ा जाएगा. सरकार एक साल में बिहार में नीलगाय की समस्या को खत्म करेगी. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक पांच सौ नीलगायों को शूटर बुला कर मारने की व्यवस्था है. लेकिन किसानों के लिए नील गाय को मारना स्थायी समाधान नहीं है. नीरज सिंह ने कहा कि नसबंदी के बाद निश्चित रूप से पूरे राज्य में नील गाय की समस्या खत्म हो जाएगी.
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