जमुई: नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए सर्च ऑपरेशन में जमुई की पुलिस और एसटीएफ को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र में सर्च अभियान के दौरान हार्डकोर नक्सली रतु कोड़ा को पुलिस ने चौकिया गांव से गिरफ्तार कर लिया. बुधवार (22 मार्च) को पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी. वह कई जिलों के लिए सिर दर्द बना था. मुंगेर, बांका, जमुई जिले में कई आपराधिक मामले उस पर दर्ज हैं.
इस मामले में जमुई के एसपी शौर्य सुमन ने बताया कि रतु कोड़ा की तलाश काफी दिनों से पुलिस कर रही थी. लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के चौकिया गांव निवासी रतु कोड़ा पर वर्ष 2018 में जिले के बरहट थाने में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज कराया गया था. उसी समय से वह फरार चल रहा था. पुलिस को सूचना मिली थी कि रतु कोड़ा अपने घर आया है. एएसपी अभियान ओंकार नाथ के नेतृत्व में टीम बनाकर कार्रवाई की गई. रतु कोड़ा पुलिस को देखते ही भागने की कोशिश करने लगा लेकिन टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
हत्या के मामले में जा चुका है जेल
एसपी ने बताया कि रतु कोड़ा के विरुद्ध मुंगेर के खड़गपुर, बांका के बेलहर और जमुई के लक्ष्मीपुर एवं बरहट थाने में हत्या, आर्म्स एक्ट से संबंधित कई मामले दर्ज किए गए थे. वर्ष 2008 में लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के तेतरिया निवासी सकिंदर साह की हत्या और इसके पहले मुंगेर के तत्कालीन एसपी केसी सुरेंद्र बाबू की हत्या में भी वह शामिल था. वह पहले भी जेल जा चुका है. 2014 में चुनाव ड्यूटी में जा रहे सीआरपीएफ जवानों पर नक्सलियों ने हमला किया था.
हार्डकोर नक्सली रतु कोड़ा की गिरफ्तारी में बरहट थानाध्यक्ष अजय कुमार आजाद और लक्ष्मीपुर थानाध्यक्ष राजवर्धन के अलावा एसटीएफ के जवान शामिल थे. 21 मार्च को ही नक्सलियों के खिलाफ लक्ष्मीपुर थाना अंतर्गत एक सर्च ऑपरेशन के संचालन की कार्ययोजना बनाई गई थी.
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