Bihar News: जमुई में अपहरण का मामला निकला झूठा, मामा-भांजा समेत 3 धराए, क्या है पूरा मामला, जानें?
Jamui News: जमुई के सगमा गांव के सुजीत का अपहरण मामला फर्जी पाया गया. इस मामले में पुलिस ने सुजीत, मनीष और राजेश को गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी फरार है.
Bihar News: जमुई जिले के चंद्रदीप थाना क्षेत्र के सगमा गांव के एक युवक का नवादा जिले के कौआकोल थाना क्षेत्र से कथित अपहरण मामले का पर्दाफाश हो गया है. कथित अपहृत जमुई के चंद्रदीप थाना क्षेत्र के सगमा गांव निवासी सुजीत कुमार, नवादा जिले के कौआकोल थाना क्षेत्र के सेखोदेवरा गांव के धर्मेंद्र कुमार के पुत्र मनीष कुमार और गुड़ीघाट गांव निवासी महेश्वर सिंह के पुत्र राजेश कुमार सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए मामले का पटाक्षेप किया. सुजीत व मनीष रिश्ते में मामा-भांजे हैं.
एसपी अभिनव धीमान ने प्रेस वार्ता कर बुधवार को पूरे मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि 25 नवंबर को कौआकोल थाना में सुजीत की मां ने आवेदन देकर बेटे सुजीत के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया. घटना की गंभीरता को देखते हुए थानाध्यक्ष के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया. गठित टीम ने घटनास्थल पर पहुंच कर निरीक्षण किया. परिजनों एवं आसपास के लोगों से पूछताछ की.
एसपी ने दी जानकारी
एसपी ने आगे बताया कि तकनीकी अनुसंधान के आधार पर घटना में संलिप्त मनीष कुमार को गिरफ्तार कर थाना परिसर लाया गया एवं उससे सघन पूछताछ की गई. पूछताछ के क्रम में उसने इस अपहरण कांड में अपनी संलिप्तता बताई एवं अपना अपराध स्वीकार किया.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी अपने स्वीकारोक्ति बयान में उसने बताया कि वर्ष 2021 में उसके मामा सुजीत कुमार ने अपनी पत्नी के हत्या कर दी थी जिस संदर्भ में जमुई जिला अंतर्गत चंद्रदीप थाना कांड संख्या 44/21 दिनांक 06/05/21 दर्ज है. इसी कांड में आरोपित होने के कारण वह करीब 27 माह जेल में रहने के बाद कुछ महीने पूर्व जेल से बाहर आया था. जेल से बाहर आने के बाद उसने इस कांड के गवाह अपने साढू रंजीत कुमार को गवाही देने से मना किया, लेकिन वह नहीं माना. इस बात को लेकर सुजीत कुमार, उसका भगिना मनीष कुमार एवं मनीष का चचेरा भाई चंदन कुमार ने मिलकर एक षडयंत्र बनाया.
अपहरण का रचा गया था झूठा षडयंत्र
पुलिस अधीक्षक ने आगे कहा कि इस षडयंत्र के तहत सुजीत कुमार अपने साढ़ू की दुकान पर गया. इसके बाद वहां से लौट गया और अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया. इसके बाद मनीष ने पुलिस को भ्रमित करने के लिए यह बताया कि साढू रंजीत कुमार ने सुजीत कुमार का अपहरण कर लिया है.
इधर, सुजीत कुमार अपने भांजा मनीष के फूफा राजेश कुमार एवं चंदन कुमार के साथ जंगल में जाकर छिप गया. रात होने पर सभी लोग वापस राजेश कुमार के घर आ गए. मनीष कुमार की निशानदेही पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने घटना में संलिप्त तीनों अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है. शेष एक फरार अभियुक्त के गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है.
ये भी पढ़ें: Chirag Paswan: चेतन आनंद को चिराग पासवान की दो टूक- 'पासवानों के ऊपर इस तरीके से उंगली...'