जमुई: जिले में ऑनलाइन गेम के जरिए लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाले एक गिरोह का जमुई की पुलिस ने पर्दाफाश (Jamui News) किया है. इस मामले में शनिवार को छत्तीसगढ़ के रहने वाले चार और सीवान के रहने वाले एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही पुलिस ने तीन लैपटॉप विभिन्न बैंक के 16 चेक बुक, पासबुक, 14 एटीएम और 15 मोबाइल को भी बरामद किया है. इसके अलावा विभिन्न बैंक खातों से ठगी के 9 लाख रुपये भी जप्त किया है. सभी पिछले दो महीने से जमुई में रहकर ऑनलाइन गेमिंग के जरिए लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे. इन लोगों के खाते में अब तक 50 लाख रुपये से अधिक का ट्रांजैक्शन हो चुका है.
एसडीपीओ ने दी जानकारी
जमुई के एसडीपीओ के डॉ. राकेश कुमार ने प्रेस वार्ता कर बताया कि डायल 112 की पुलिस टीम को सूचना मिली कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति जमुई के श्रीराम अपार्टमेंट में रहकर साइबर फ्राड की घटना को अंजाम दे रहे हैं. डायल 112 की टीम द्वारा इसकी सूचना साइबर थाना को दी गई. इसके बाद पुलिस अधीक्षक डॉ. शौर्य सुमन के निर्देश पर उनके नेतृत्व में एक छापेमारी टीम का गठन किया गया. इसके बाद अपार्टमेंट में छापेमारी कर दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, फिर दोनों के निशानदेही पर जमुई रेलवे स्टेशन के पास से तीन साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया गया.
छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं चार ठग
एसडीपीओ ने बताया कि पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जिनकी पहचान छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग जिला अंतर्गत भिलाई शास्त्री चौक निवासी रविशंकर कुमार, आनंद कुमार, सोनू कुमार, हर्ष कुमार के रूप में हुई है. इसके अलावा सीवान जिला के आसार थाना क्षेत्र अंतर्गत सहसराय गांव निवासी संदीप कुमार के रूप में हुई है. छानबीन के क्रम में यह सामने आया है कि सभी अपराधी माइकल रेड्डी और रेड्डी बुक विड्राल के नाम से आनलाइन गेमिंग में लोगों को फंसाते थे. सट्टेबाजी के नाम पर पैसा लगाकर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे. इस दौरान जीते हुए एक-दो लोगों को पैसा भेज भी देते थे. साथ ही हवाला के जरिए पैसों का लेनदेन किया जाता था.
पुलिस सभी पहलुओं पर छानबीन कर रही है- एसडीपीओ
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सभी बदमाश माइकल रेड्डी के सहयोगी दुर्ग जिला के भिलाई थाना क्षेत्र अंतर्गत शारवी चौक निवासी अनिल साव के कहने पर घटनाओं को अंजाम दे रहे थे. वहीं, पुलिस ने जितने भी बैंक चेक बुक, पासबुक, अकाउंट तथा एटीएम कार्ड जब्त किया है, वह सभी किसी अन्य व्यक्ति का है, जो इन लोगों ने उधार पर लेकर उसका इस्तेमाल ठगी के लिए किया था. पुलिस सभी पहलुओं पर छानबीन कर रही है.