Jamui News: पूर्व मंत्री संतोष कुमार सुमन ने कहा- नीतीश कुमार डोल ड्रम, बताया क्यों नहीं खुल कर बोल पा रहे
Santosh Kumar Suman: जमुई में एक कार्यक्रम के बाद पूर्व मंत्री संतोष कुमार सुमन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने सीएम नीतीश कुमार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें पद छोड़ देना चाहिए.
जमुई: पूर्व मंत्री और 'हम' के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन (Santosh Kumar Suman) ने मंगलवार (26 सितंबर) को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर जमकर हमला बोला. वे जमुई के एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे. कार्यक्रम के बाद पूर्व मंत्री संतोष कुमार सुमन मीडिया से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्य करने की शैली में कमी आई है. अब वह डोल ड्रम हैं. उनके अंदर खुद ही द्वंद चल रहा है. यह निर्णय ले पाने में असमर्थ हैं कि क्या करना है या किस तरफ जाना है. इसको लेकर खुलकर नहीं बोल पा रहे हैं.
'सीएम नीतीश कुमार की क्षमता शैली खत्म'
पूर्व मंत्री संतोष कुमार सुमन ने बताया कि नीतीश कुमार यह सोच रहे हैं कि अगर मीडिया से कुछ बोलेंगे तो उनके अंदर जो चल रहा है वह बाहर ना निकल जाए, इसलिए तेजस्वी यादव का हाथ पकड़कर सीएम उनसे बोलने के लिए कहते हैं. उनके आचरण पर उन्होंने कहा कि उनके ऊपर शोभा नहीं देता है. सीएम नीतीश कुमार अब खत्म हो चुके हैं उनके कार्य करने की क्षमता शैली खत्म हो चुकी है. उनको खुद आत्म मंथन करना चाहिए सही व्यक्ति को सत्ता सौंपना चाहिए.
संतोष कुमार सुमन ने कहा कि जनता की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं, जिस मूल्यों पर वोट दिया गया था उस विश्वास पर खड़ नहीं उतरे. सीएम नीतीश कुमार का और बुरा हाल ना हो जाए. इससे अच्छा हो कि ये स्वेच्छा से इसे छोड़ दें.
सीएम नीतीश कुमार के जाने पर संशय
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार I.N.D.I.A गठबंधन में रहेंगे या फिर बीजेपी में जाएंगे इस पर पूर्व मंत्री संतोष कुमार मांझी ने बताया कि यह सवाल तेजस्वी यादव से पूछना चाहिए. क्योंकि इनको कहीं ना कहीं यह संशय लग रहा है कि चाचा नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव को छोड़कर भाग न जाए. चाचा नीतीश का नेचर है पलटने का, जिसके कारण तेजस्वी यादव ने इन्हें पलटु चाचा कह चुके हैं.
बालू उठाव से जमुई में धंसा पुल
जमुई के सोनो स्थित बरनार नदी चुरहैत घाट के पूल क्षतिग्रस्त हुआ है. इसको लेकर संतोष कुमार सुमन ने कहा कि इसके लिए सीधे तौर सरकार दोषी है. बालू उठाव में एक गाइडलाइन दी जाती है जिसके तहत कितना फिट बालू उठाना है उसके बावजूद गाइडलाइन के खिलाफ बालू उठाव हो रहा है तो इसके पीछे कहीं ना कहीं बचौलिया का अहम रोल है.
ये भी पढ़ें: Bihar Politics: नीतीश कुमार की 'तिकड़मी चाल' में उलझी बिहार की सियासत! BJP को अपनी पार्टी में भी विद्रोह का डर