Prashant Kishor: बिहार के लोगों को कैसे मिलेगा रोजगार? प्रशांत किशोर ने 'जनसुराज मॉडल' का किया खुलासा
Prashant Kishor News: जन सुराज के नेता प्रशांत किशोर का कहना है कि बिहार से पलायन एक साल में रोका जा सकता है. उन्होंने इसको लेकर शुक्रवार को बड़ा बयान दिया.
Prashant Kishor: जन सुराज के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार के लोगों को भरोसा दिलाया है कि जन सुराज की सरकार बनने के बाद एक साल के भीतर बिहार से पलायन की गति को रोका जा सकता है. प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया के विकसित देशों में तरक्की का रास्ता सरकारी नौकरियों से नहीं, बल्कि शिक्षा और पूंजी की उपलब्धता से बना है. उन्होंने नॉर्वे, स्वीडन जैसे देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि इन देशों में लोग नौकरियों के लिए रेलवे की परीक्षा नहीं देते, बल्कि उन्हें अच्छी शिक्षा और रोजगार के लिए सुलभ पूंजी मिलती है. यही मॉडल जन सुराज भी बिहार में लागू करेगा.
'बिहार के लोगों को बना रहे हैं मूर्ख'
प्रशांत किशोर ने कहा कि वर्तमान में राजनीतिक पार्टियां बिहार में नौकरियों के झूठे सपने दिखा रही हैं. कोई पांच लाख नौकरियों की बात कर रहा है, तो कोई 10 लाख, जबकि वास्तविकता यह है कि बिहार में सरकारी नौकरियों की संख्या सिर्फ 23 लाख है, जो बिहार की जनसंख्या के दो प्रतिशत से भी कम है. उन्होंने जोर देकर कहा कि 98 प्रतिशत लोगों के पास सरकारी नौकरी नहीं है और ना ही उनके पास इस विकल्प की कोई उम्मीद है. ऐसे में जो ये कहते हैं कि सरकारी नौकरी देकर पलायन रोक देंगे, वे बिहार के लोगों को मूर्ख बना रहे हैं.
'10 बड़े अर्थशास्त्री इस दिशा में कर रहे हैं काम'
आगे चुनावी रणनीतिकार ने अपनी योजना के बारे में बताते हुए कहा कि अगर बिहार से मजदूरों का पलायन रोकना है, तो सबसे पहले यहां से पूंजी और बुद्धिजीवियों का पलायन रोकना होगा. हमारे साथ 10 बड़े अर्थशास्त्री इस दिशा में काम कर रहे हैं और उन्होंने एक ठोस मॉडल तैयार किया है, जिससे बिहार में पलायन को रोका जा सकेगा.
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