पटना: जन सुराज पदयात्रा (Jan Suraj Padyatra) के 113वें दिन गोपालगंज के मांझा प्रखंड में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) पहुंचे हुए हैं. इस दौरान रोजगार के मुद्दे पर रविवार को सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिन्होंने बिहार को 15 साल में रसताल में पहुंचाया है. तेजस्वी यादव को माफी मांगनी चाहिए कि आरजेडी के 15 साल के शासन में नौकरियां नहीं मिली. 


नीतीश कुमार पर साधा निशाना


प्रशांत किशोर ने कहा कि तेजस्वी यादव जैसे नेता के कहने पर यदि लोगों को रोजगार मिल जाएगी तो गलती तेजस्वी यादव की नहीं बल्कि उसको मानने वालों की है. आगे उन्होंने कहा कि पिछले साल नीतीश कुमार ने 15 अगस्त को गांधी मैदान से खड़े होकर कह दिया कि सभी नौकरियां हम एक साल में दे देंगे. करीब पांच महीने बाद आज कितनी नौकरियां बंटी है? 


'झूठे वादे किए गए'


सरकारी नौकरियों के सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा कि आज नौकरियों के नाम पर बस लाठियां बरसाई जा रही हैं. सीटीईटी, सांख्यिकी, शिक्षक, संविदा पर काम करने वाले लोगों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं. सभी झूठे वादे किये गए.


सर्वे से स्थिति नहीं सुधरेगी- प्रशांत किशोर


जातीय जनगणना के सवाल प्रशांत किशोर ने मीडिया को बताया कि ऐसी कोई भी जानकारी जिससे समाज के बारे में बेहतर जानकारियां सरकार के पास आए उसका स्वागत होना चाहिए, लेकिन राज्य सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि इसका कोई वैधानिक आधार नहीं है बल्कि ये सर्वे है. जहां तक समाज के विभिन्न वर्गों की संख्या की बात है तो उनकी जनगणना स्वतंत्रता के बाद से हो रही है फिर भी बिहार में दलित आज सबसे बदहाल स्थिति में हैं. केवल जनगणना या सर्वे करा लेने से लोगों की स्थिति नहीं सुधरेगी.


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