पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने सोमवार को जनता दरबार (Janta Darbar) लगाकर लोगों की समस्याएं सुनीं. इस दौरान कई लोग अलग-अलग जिले से अपनी समस्या लेकर सीएम के पास आए. सीएम ने लोगों की समस्या सुनने के बाद तुरंत ही समाधान के लिए संंबंधित अधिकारी को निर्देश भी दिया.


इस बीच सुपौल जिले से बियाडा में कार्यरत एक कर्मचारी ने अपनी समस्या बताई. उसने कहा कि 2003 तक वह अनुकंपा पर बहाल था, लेकिन 2007 नियमावली के आधार पर उसे हटा दिया गया. इसके बाद सीएम ने कहा जरा उद्योग विभाग को फोन लगाओ. अधिकारी को फोन लगा कर कहा कि आपके बियाडा में है. अगर किसी पिता की मृत्यु हो गई है, तो कुछ नहीं कर सकते हैं आप? कुछ कीजिए, और इस बारे में हमें बताएं कि क्या किया. 


समस्या सुनकर तत्काल दिए नियम बनाने के निर्देश


फोन रखने के बाद सीएम ने एक अधिकारी को बुलाकर कहा इधर आइए. फिर उनसे पूछा कि बियाडा में ऐसा नहीं है क्या? अगर किसी कर्मचारी की मौत हो जाती है, तो घर के किसी को सहयोग दिया जाए. फिर सीएम ने कहा अरे भाई इसमें भी कर देना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी सेवा में तो ऐसा करते ही हैं, तो इसमें में भी देख लेना चाहिए. सीएम ने कहा कि कॉर्पोरेशन कौन सरकार ही न बनती है, तो इसमें भी यह सेवा होनी चाहिए. फिर सीएम ने कहा कि अगर किसी के पिता की मौत हो गई है तो क्या कर सकते हैं. ये सब बताइएगा. इस तरह कई और लोगों ने सीएम से अपनी समस्या बताई.


इन विभागों की समस्याएं सुनीं


बता दें कि अप्रैल माह के तीसरे सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, कृषि, सहकारिता, पशु एवं मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास एवं आवास, खाद उपभोक्ता संरक्षण, परिवहन, आपदा प्रबंधन, वन एवं जलवायु परिवर्तन, योजना विकास, भवन निर्माण, पर्यटन, सूचना एवं जनसंपर्क, वाणिज्य तथा सामान्य प्रशासन विभाग की शिकायत सुनने के बाद समस्याओं के निपटारे के आदेश भी दिए.


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