पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( Bihar CM Nitish Kumar) ने विधानसभा सत्र के बाद सोमवार को पहला जनता दरबार (Janta Darbar) लगाया. जनता दरबार में कई लोग अलग-अलग जिले से अपनी समस्या लेकर सीएम से मिले. इस दौरान मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) की दो लड़कियां अपनी समस्याएं लेकर मुख्यमंत्री के पास पहुंचीं. इन लड़कियों ने बताया कि वह दो बार जनता दरबार में आ चुकी हैं, लेकिन अभी तक उनकी समस्या का हल नहीं हुआ है.


सीएम के पास फरियाद लेकर पहुंचीं बच्चियां


इन दोनों बच्चियों ने बताया कि उन्हें दसवीं पास किए हुए पांच वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन उन्हें प्रोत्साहन राशि अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है. इस पर सीएम ने शिक्षा अधिकारी को फोन लगा कर कहा कि अरे भाई मुजफ्फरपुर से दो बच्ची आई हुई है. उनकी शिकायत है कि अभी तक प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है.




मुख्यमंत्री ने तत्काल समाधान के दिए आदेश


इसके साथ ही बच्चियों के पेपर को देखते हुए सीएम ने कहा कि इनमें से एक बच्ची ने 2018 में परीक्षा पास की है और दूसरी ने 2020 में एग्जाम पास किया है. इसके बाद भी अभी तक दोनों प्रोत्साहन राशि के लाभ से वंचित हैं. उन्होंने कहा कि ये बात तो समाधान यात्रा के दौरान हो चुकी थी कि सबको जल्दी से जल्दी करना है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मीटिंग में भी तय हुआ था कि प्रोत्साहन राशि सबको जल्दी देनी है. फिर ऐसा क्यों हो रहा है? इन बच्चियों को अभी तक प्रोत्साहन राशि क्यों नहीं मिल पाई है? इसके साथ ही उन्होंने आदेश दिया कि तुरंत इस मामले का निपटारा किया जाए.


अफसर ने बताया इसलिए हुई देरी


शिक्षा विभाग के अधिकारी का फोन रखने के बाद सीएम ने बगल में खड़े एक अधिकारी को कहा, इधर आइए. इसके बाद सीएम ने उनसे पूछा कि ये सब बात समाधान यात्रा के दौरान पहले हो चुकी थी, फिर ऐसा क्यों हो रहा है? इस पर तो बाकायदा मीटिंग भी हो चुकी है. इस पर अधिकारी ने सफाई देते हुए कहा कि 2018 के बाद यहां से सब कुछ सेंट्रलाइज हो गया है. इस पर सीएम ने कहा कि तुरंत देखिए इसे.


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