पटना: समाधान यात्रा समाप्त होने के बाद एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने जनता दरबार (Janta Darbar) लगाना शुरू कर दिया है. सोमवार को मुख्यमंत्री के जनता दरबार में अपनी समस्या लेकर कई लोग पहुंचे. जनता दरबार में नीतीश कुमार के सामने प्रशासन की पोल भी खुली. एक शख्स बिजली बिल की समस्या को लेकर पहुंचा था. उसने सीएम के सामने कहा कि 2019 से वह लगातार बिजली बिल जमा करता आ रहा है. जनवरी 2022 में अचानक 38 हजार का बिल आ गया.


शख्स ने कहा कि 38 हजार का बिल देखकर वह जेई के पास एप्लिकेशन लेकर गया तो उसे जवाब मिला कि यह उसकी ही गलती है. इसके बाद वह गुहार लगाने के लिए इस मामले में एसडीओ के पास गया. यहां एसडीओ ने कहा कि मैनेज कर लीजिए, नहीं तो 20 हजार और बढ़ जाएगा. हद दो तब हो गई जब युवक ने यह भी कहा कि वह लोक शिकायत में गया था. यहां भी कहा गया कि जो विभाग दिया वो सही है. इस पर नीतीश कुमार ने विभाग को पूरी बात बताई और देखने के लिए कहा.


कई गावों में आज भी सड़क की समस्या


जनता दरबार में कई लोगों ने सड़क को लेकर भी शिकायत की. मधेपुरा से आए एक युवक ने कहा कि आजादी के बाद से ही उसके गांव में सड़क नहीं है. कच्ची सड़क है. 18 से 20 परिवार का गांव है. आने जाने में परेशानी होती है. इस पर मुख्यमंत्री ने विभाग को फोन लगाकर देखने के लिए कहा. बताया कि आवेदन में युवक मुख्य सड़क से 500 मीटर की दूरी की बात कह रहा है, तो इसे देख लिया जाए. इसके करवाइए.


वहीं गांव में सड़क को लेकर एक और शख्स ने अपनी समस्या बताई. सीएम नीतीश कुमार से कहा कि गांव में जाने के लिए मुख्य सड़क नहीं है. गांव से सदर अस्पताल की दूरी पांच किलोमीटर है, लेकिन घूम कर जाने में 15 से 20 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. हर जगह जा कर वे लोग थक गए हैं. अभी तो किसी तरह काम चल जा रहा है लेकिन बरसात के मौसम में एंबुलेंस तक नहीं चढ़ती है. समस्तीपुर में रामेश्वर जूट मिल फैक्ट्री है. फैक्ट्री तक रास्ता है, लेकिन यहां के बाद गांव में जाने का रास्ता नहीं है. लोग बांध से होकर आते जाते हैं. इसके बाद सीएम ने ग्रामीण कार्य विकास विभाग को लगाकर इसे देखने के लिए कहा. युवक मोहम्मद आमिर समस्तीपुर से आया था. 


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