पटना: बिहार की राजधानी पटना स्थित जन अधिकार पार्टी के कार्यालय में मंगलवार को पार्टी की युवा कार्यकारिणी की बैठक सम्पन्न हुई. बैठक में जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने यह ऐलान किया कि कृषि कानूनों के विरोध में जन अधिकार पार्टी (लो) किसान संसद बुलगाएगी. किसान संसद में सभी पार्टियों के विधायकों और सांसदों को बुलाया जाएगा. वहीं, किसान संसद के तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी.


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से किया आग्रह 


पप्पू यादव ने कहा कि जाप कृषि कानूनों के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन भी करेगी. मार्च महीने में पटना में देश भर से किसान नेताओं और राजनेताओं को बुलाकर इस बिल के खिलाफ रैली का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया कि बिहार में एमएसपी को कृषि कानून के दायरे में लाया जाए. इसमें सब्जियों और दलहन को भी जोड़ा जाए.


किसानों का अब सरकार पर भरोसा नहीं


पप्पू यादव ने कहा कि हमारा सुप्रीम कोर्ट से आग्रह है कि तत्काल प्रभाव से इस कानून को रद्द किया जाए. साथ ही किसानों को संसद भवन के सामने या रामलीला मैदान में प्रदर्शन करने की अनुमति दी जाए. अभी तक 63 किसानों की मौत हो चुकी है. किसानों का अब सरकार पर भरोसा नहीं है. ऐसा में जब तक कानून वापस नहीं होगा, तबतक हमारा आंदोलन क्रमशः जारी रहेगा.


कोरोना टीकाकरण पर बीजेपी कर रही राजनीति


जाप सुप्रीमो ने कहा कि कोरोना टीकाकरण पर बीजेपी राजनीति कर रही है. कोरोना काल में देश भर में अराजकता पैदा करने वाले आज टीकाकरण का श्रेय लेने की होड़ में लगे हुए हैं. सरकार को टीकाकरण की शुरुआत समाज में अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति से करनी चाहिए. साथ ही सभी लोगों के लिए इसकी व्यवस्था कम समय में करनी चाहिए.


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