पटना: बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक है, ऐसे में सभी राजनीति दल अपने-अपने संगठन को मजबूत करने में जुट गए हैं. दल-बदल का खेल भी बदस्तूर जारी है. ऐसे में जाप के राष्टीय अध्यक्ष पप्पू यादव अपने संगठन को मजबूत करने को लेकर कई दलों से आए कार्यकर्ताओं और नेताओं को अपने दल में जोड़ने का काम कर रहे है. ऐसे में सोमवार को जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने कई दलों से आए नेताओं को अपने संगठन में जोड़ने का काम किया. वहीं कार्यक्रम के दौरान पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कई मुद्दों को लेकर जमकर निशाना साधा है.
दूसरी पार्टियों से मैं खुद करूंगा बात
वहीं, विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधन बनाने में जुटे पप्पू यादव ने कहा कि गठबंधन बनाने को लेकर सभी दल से करूंगा बात. चाहे वह आरजेडी हो या जेडीयू सबसे मैं खुद बात करूंगा. पप्पू यादव ने कहा कि हमारे गठबंधन में मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा चुनाव से पहले होगी और उसी के नेतृत्व में चुनाव लड़ी जाएगी. हमारे गठबंधन का मुख्यमंत्री कैंडिडेट दलित अत्यंत पिछड़ा जाति का होगा, मैं मुख्यमंत्री का उम्मीदवार नहीं हूं. हमारी संसदीय कमिटी चाहेगी तो मैं भी चुनाव लड़ूंगा.
आरजेडी 5 लोगों की पार्टी
उन्होंने कहा, "सभी पार्टियों से मैं खुद बात करूंगा, चाहे वो आरजेडी पार्टी हो या जेडीयू. ऐसे देखा जाए तो आरजेडी पार्टी पांच लोगों की पार्टी बनकर रह गई है. लालू यादव को छोड़ दिया जाए तो."
नीतीश कुमार गरीबों के दुश्मन
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि मन की बात में उन्होंने एक बार भी बेरोजगारी पर बात नहीं की. मोदी और नीतीश कुमार के एजेंडे में नीट और जेईई प्रतियोगिता परीक्षार्थियों को लेकर कोई बात नहीं है. ये दोनों बच्चों की जान से खिलवाड़ करने पर तुले हुए हैं. नरेंद्र मोदी गरीबों के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं, नीतीश कुमार तो बिहार के गरीबों के दुश्मन हैं ही. चुनावी महीने में एक के बाद एक लगातार घोषणाये किए जा रहे हैं. चुनाव आयोग से हम मांग करेंगे कि इस पर रोक लगाई जाए.
संसदीय टीम करेगी घोषणा
वहीं, पप्पू यादव ने अपने पार्टी की चुनावी संसदीय कमिटी के मेम्बरों की नाम की घोषणा करते हुए कहा कि हमारी पार्टी की संसदीय टीम चुनाव संबंधी कोई भी निर्णय आगे से लेने के लिए सक्षम रहेगी. 15 और 20 सितंबर के बीच हमारी संसदीय टीम मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करेगी, जो अति पिछड़ा जाती के होंगे.