Sunil Pandey News: पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की लोक जनशक्ति पार्टी राष्ट्रीय में काफी लंबे समय तक रहने वाले तरारी विधानसभा के पूर्व विधायक बाहुबली नेता सुनील पांडे आज (18 अगस्त) अपने बेटे प्रशांत पांडे के साथ बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने दोनों पिता पुत्र को सदस्यता दिलवाई, लेकिन सदस्यता ग्रहण के समय ही बीजेपी कार्यालय के बाहर ऐसा मामला आया जिससे कि बीजेपी पर कई तरह के सवाल भी उठने लगे हैं.


दरअसल, कार्यालय के अंदर सभागार में सदस्यता ग्रहण हो रही थी तो वही बाहर बीजेपी के लगे पोस्टर पर किसी ने दो हैंड बिल चिपका दिया, जिसमें सुनील पांडे के आपराधिक इतिहास के बारे में लिखा गया था. हालांकि इसकी सूचना जैसे ही अंदर बैठे नेताओं को मिली तो आनन फानन में बाहर आए और उस हैंड बिल को फाड़कर फेंक दिए. वहीं, अब इस पर सियासत शुरू हो गई है. आरजेडी ने बीजेपी पर हमला बोला है तो जेडीयू और लोजपा राष्ट्रीय ने बचाव किया है.


हैंड बिल में क्या है लिखा?


हैंड बिल किसने चिपकाए था? यह तो जानकारी नहीं मिल पाई, लेकिन हैंड बिल में सुनील पांडे का फोटो के साथ उनके आपराधिक इतिहास के बारे में लिखा गया है जिसमें लिखा गया है 'आरा सिविल कोर्ट में बम ब्लास्ट का आरोपी, सिलु मियां का हत्यारा, ब्रह्मेश्वर मुखिया का हत्यारा, हथियारों की सप्लाई, बैंक लूटपाट, अपने करीबी दोस्तों का हत्यारा, ऐसे कई मामले का आरोपी एवं हत्यारा माफिया खूंखार सुनील पांडे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे हैं.' हालांकि हैंड विल को देखकर बीजेपी नेताओं को नागवार गुजरा और उसी वक्त फाड़ दिया गया.


आरजेडी ने दी प्रतिक्रिया 


सुनील पांडे के आपराधिक इतिहास पर चिपकाए गए हैंड बिल की चर्चा अब जोर भी पकड़ लिया है और बिहार की राजनीतिक गलियारे में अब उस पर बयानबाजी होने लगी है. विपक्षी पार्टी आरजेडी अब बीजेपी पर सवाल उठाने लगी हैं. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बीजेपी अब इसी तरह की अपराधियों के दम पर 2025 का चुनाव जीतना चाहती है. अब तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहिए जो वह अपराध और भ्रष्टाचार पर हर जगह भाषण देते हैं फिर सुनील पांडे के मामले में क्यों चुप हैं? इतने बड़े अपराधी को बीजेपी अपने पास लाई है अब तो यह साफ हो गया है कि विपक्ष जो बार-बार कहता है कि अगर कोई हमारी पार्टी में या किसी अन्य विपक्षी पार्टी में है तो वह भ्रष्टाचारी है, अपराधी है, लेकिन वही बीजेपी में जब जाता है तो वह उसका सारा अपराध खत्म हो जाता है.


पशुपति पारस की पार्टी का आया बयान


हालांकि एनडीए में शामिल जेडीयू और पशुपति पारस की पार्टी लोजपा राष्ट्रीय ने सुनील पांडे और बीजेपी का बचाव किया है. लोजपा राष्ट्रीय के प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने कहा कि सुनील पांडे जी हम लोग की पार्टी छोड़कर बीजेपी में गए हैं. हमारी शुभकामनाएं हैं उन्हें तरारी सीट से चुनाव लड़ना था और वह सीट बीजेपी के खाते में गई है तो इसी कारण वह गए हैं. हैंड बिल की जहां तक बात है यह जो भी किया है तो ओछी हरकत है. हैंडविल में जो लिखा गया है उसमें अधिकांश मामलों में वह दोष मुक्त हो चुके हैं तो कुछ मामला न्यायालय की प्रक्रिया में है.


वहीं, जेडीयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि जब तक किसी को न्यायालय में दोषी साबित नहीं होता है और मामला कोर्ट में रहता है उसको दोषी कहना गलत है. यह काम जिसने भी किया है वह बहुत गलत किया है. किसी को इस तरह पोस्टर चिपका कर अपराधी बनाना गलत है. राजनीति में यह स्वतंत्रता है कोई भी किसी पार्टी में आ जा सकता है.


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