Bihar Flood: बिहार में आई बाढ़ पर मंत्री अशोक चौधरी ने बुधवार को बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि बाढ़ का समय खत्म हो गया था, लेकिन हम लोग अगर और चौकस रहते तो जो हालात बने हैं वह हालत अभी नहीं होते. बाढ़ पीड़ितों को नीतीश सरकार में हर संभव मदद की जा रही है. हर संभव उपाय किए जा रहे हैं. वहीं, कहीं ना कहीं अशोक चौधरी का बयान राज्य सरकार को ही कटघरे में कर कर दिया है.
'56 साल के बाद आई ऐसी बाढ़'
अशोक चौधरी ने कहा कि बाढ़ पर सीएम नीतीश कुमार ने जो नियम एसओपी बनाए हैं. कोसी त्रासदी 2008 में हुई थी. इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने जो काम किए. नीतीश कुमार ने बाढ़ को लेकर एक नया मार्गदर्शन दिया. सीएम के उस एसओपी को राज्य के अधिकारी फॉलो करते हैं. ऐसी बाढ़ प्रदेश में 60 से 70 वर्ष बाद आई है. कोसी में इतनी पानी आई है जो लोग कह रहे हैं कि 56 साल के बाद ऐसी बाढ़ आई, लेकिन जो 56 साल पहले जो जान माल की क्षति हुई अभी उतने नुकसान नहीं हुए.
यूपीए सरकार पर साधा निशाना
जेडीयू के मंत्री ने कहा कि कुछ बांध टूट गए. अभी बाढ़ पीड़ितों के खाते डीबीटी राशि ट्रांसफर किए जा रहे हैं. सात हजार रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे. भोजन की व्यवस्था की गई है. बिहार का दुर्भाग्य है कि हम बाढ़ से भी ग्रस्त हो जाते हैं. हमारे यहां बाढ़ आ गई तो परिस्थितियों हमारे अनुकूल नहीं है. हम बार-बार कहते हैं कि अगर बिहार को और आगे तेजी से ले जाना है तो केंद्रीय असिस्टेंट की आवश्यकता है. केंद्र सरकार हमको मदद कर रही है, लेकिन यूपीए की सरकार ने अगर बिहार को विशेष केंद्रीय पैकेज पहले दिया होता तो आज बिहार कर्नाटक और गुजरात से भी आगे होता.