पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बुधवार को पीसी की. इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार एक जिला और एक जाति के हो के रह गए हैं. अब उनके इस बयान पर जेडीयू ने पलटवार किया है. पार्टी ने कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि कौन एक जाति के लोगों तक सीमित है. हमारे नेता तो सभी जाति और धर्म को लेकर चलने वाला वयक्ति हैं. अगर पूरे देश में किसी का नाम है, सभी जाति और धर्म को साथ लेकर चलने वाले नेता में तो वो नीतीश कुमार हैं. पूरी बिहार की जनता उनको जानती है, मानती है, गले लगाती है. उन्होंने बिहार की सेवा की है.


पार्टी ने तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा, " ट्विटर बबुआ को अपने माता-पिता के उस 15 साल के राज को भी याद करना चाहिए. उनके माता पिता के राज में 118 नरसंहार हुए. नीतीश कुमार और उनके माता पिता के राज में अंतर उतना ही है. अगर नरसंहार अपराध करता था, अपराधी को 1 अने मार्ग में शरण मिलता था. नीतीश कुमार जी के राज में अपराधी अपराध करता हैं, तो जेल के पीछे होता हैं.


वहीं, तेजस्वी के '40 सीट' वाले बयान पर पार्टी ने कहा कि बिहार की जनता देख रही है. आने वाले समय में उनका इलाज होने वाला है. रावण की ही तरह उनका भी घमंड टूट जाएगा. वहीं, जब वो मुहम्मद पुर गए तो उनको लोगों को बता देना चाहिए था कि उनके पिता ने 1990 में क्या कहा था. सवर्णों के प्रति आज इनका घड़ियाली आशु बहा है. लेकिन जब स्वर्णो की आरक्षण की बात हो रही थी, तो कौन ने दल ने विरोध किया?


पार्टी ने कहा," राष्ट्रिय जनता दल ने स्वर्णो को आरक्षण से रोकने की कोशिश की, लेकिन मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री ने स्वर्णो को 10 प्रतिशत आरक्षण का बिल लाया. मुख्यमंत्री जी ने विधानमंडल का विशेष सत्र खुलवा कर, उसको यहां से पास करवाने का काम किया है. इसलिए घड़ियाली आशु बहाना बंद कीजिए. तेजस्वी जी आपको इतना घमंड है कि इतना एमएलए हैं आने वाले समय मे आपका हैसियत का पता चल जाएगा."