Bihar News: जहानाबाद 20 सूत्री समिति में जेडीयू के पूर्व जिला अध्यक्ष जयप्रकाश नारायण चंद्रवंशी के मनोनयन पर जिले में राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है. समिति में उनके नाम की अनुशंसा प्रकाशित होने के बाद विपक्ष ने सरकार और जेडीयू की नीयत-नीति पर जोरदार हमला बोला है. आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता और मखदुमपुर से विधायक सतीश कुमार ने जयप्रकाश नारायण चंद्रवंशी के मनोनयन पर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार और उनकी पार्टी का यही चरित्र है. बिहार में शराबबंदी का कानून जेडीयू के नेता और कार्यकर्ताओं पर लागू नहीं होता है. उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण चंद्रवंशी शराब पीने के मामले में जेल जा चुके हैं. 


शराबकांड में जा चुके हैं जेल


दरअसल, जेडीयू नेता जयप्रकाश नारायण चंद्रवंशी ने 2017 में अपने कई दोस्तों के साथ झारखंड के रजरप्पा से शराब पार्टी कर लौट रहे थे वहां से लौटने के क्रम में गया जिले में उत्पाद विभाग की टीम ने उन्हें उनके कई साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया. मामला प्रकाश में आने के बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित भी कर दिया गया, लेकिन अब उन्हें 20 सूत्री कमेटी में सदस्य बना दिया गया है.


आरजेडी ने उठाया सवाल


इधर, जेडीयू नेता के बीस सूत्री में मनोनयन पर आरजेडी के विधायक और पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सतीश ने कहा कि नीतीश कुमार के शासनकाल में यही नीति है कि शराब पीजिए और इनाम पाइए. शराबबंदी का कानून विपक्ष के नेताओं और कार्यकर्ताओं के अलावा गरीब और वंचित लोगों पर ही लागू होता है. इधर, उनके दल के ही दो पूर्व विधायक और कई नेताओं ने भी दबी जुबान से जयप्रकाश नारायण चंद्रवंशी के जिला 20 सूत्री समिति में मनोनयन पर सवाल खड़ा किया है. वहीं, कुछ नेताओं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह निर्णय उचित नहीं है.


जेडीयू में भी विरोध


जेडीयू के निवर्तमान उपाध्यक्ष सह संगठन प्रभारी सह संस्थापक वीर कुंवर सिंह विकास मंच के महेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि जिला 20 सूत्री कमेटी में वैसे कुछ लोगों को स्थान दिया गया है, जिनकी पार्टी में ही कोई पहचान नहीं है. इसमें कुछ लोगों को यह पद सिर्फ और सिर्फ गणेश परिक्रमा करने के कारण मिला है. उन्होंने प्रदेश नेतृत्व पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जाति विशेष को लगातार टारगेट कर उपेक्षित करना कुछ लोगों के प्रभाव में आकर कमेटी का निर्माण करना निंदनीय है.


आगे उन्होंने कहा कि प्रदेश नेतृत्व से आग्रह किया है कि वैसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई करे एवं कमेटी के चयन पर पुनर्विचार करे. वह जल्द ही अपने कार्यकर्ताओं एवं खासकर वैसे समीकरण के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तय करेंगे. इस निर्णय के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे.


वहीं, विरोध करने वाले अन्य लोगों में जेडीयू के निवर्तमान उपाध्यक्ष संजय गुप्ता पूर्व उपाध्यक्ष केशरी कुमार सिंह पूर्व अध्यक्ष (व्यवसाई प्रकोष्ठ), नितियानंद कुमार गुप्ता निवर्तमान महासचिव इनके अलावे राजीव नयन, संजीव कुमार सिंह, उपेंद्र सिंह और पार्टी के वरिष्ठ नेता विजय गुप्ता, रमेश केशरी, दुखन स्वर्णकार आदि शामिल हैं.


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