पटना: छात्रों को भड़काने के आरोप में खान सर (Khan Sir) के खिलाफ बुधवार को एफआईआर दर्ज किया गया. पटना के पत्रकार नगर थाना की पुलिस ने आंदोलन के दौरान हिरासत में लिए गए छात्रों के बयान के आधार पर खान सर, एसके झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर, गोपाल वर्मा सर पर हिंसा भड़काने और साजिश कर उपद्रव कराने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है. इनके अलावा अज्ञात 400 लोगों पर भी एफआईआर की गई है. इधर, खान सर समेत अन्य पर मुकदमा किए जाने के बाद नया विवाद शुरू हो गया है. विपक्ष के साथ ही सत्ता पक्ष के नेता भी खान सर और छात्रों के समर्थन में दिख रहे हैं.
ललन सिंह ने कही ये बात
इसी क्रम में जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने खान सर समेत अन्य शिक्षकों पर किए गए मुकदमे को वापस लेने की मांग की है. जेडीयू नेता ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, " बिहार, उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों में छात्रों का उत्तेजक होना आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा की प्रक्रिया व परिणाम में गड़बड़ी के विरुद्ध प्रतिक्रिया है. रेलवे भर्ती बोर्ड की गड़बड़ियों को देखने के लिए जांच कमिटी बनाई गई है. छात्रों और उम्मीदवारों के साथ अतिशीघ्र न्याय की उम्मीद करता हूं."
RRB NTPC Results: छात्रों के आंदोलन के बीच रेल मंत्री से मिले सुशील मोदी, किया ये बड़ा दावा
उन्होंने कहा, " पटना में खान कोचिंग सहित अन्य कई कोचिंग संस्थान, ऑनलाइन माध्यम से बिहार व देशभर के गरीब व होनहार युवाओं का भविष्य निर्माण करते हैं. रेलवे/पुलिस इन लोगों के विरुद्ध दर्ज मुकदमों को अविलंब वापस ले. उग्र छात्रों से शांति की अपील करता हूं."
मांझी ने भी किया है समर्थन
बता दें कि इससे पहले एनडीए घटक दल हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने खान सर का समर्थन किया था. उन्होंने ट्वीट कर कहा था, " संविधान में हिंसा और तोडफोड़ का अधिकार किसी को नहीं. वैसे अब वक्त आ गया है जब सरकार रोजगार के विषय में बात करे, नहीं तो हालात इससे भी भयानक उत्पन्न हो सकतें हैं. आरआरबी-एनटीपीसी उपद्रव के नाम पर खान सर सहित शिक्षकों पर किए गए मुकदमें इस अघोषित युवा आंदोलन को और भी ज्यादा भड़का सकता है."
यह भी पढ़ें -