पटना: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्ष के सांसदों के हंगामे और विरोध प्रदर्शन की वजह से मंगलवार (19 दिसंबर) को फिर 49 और सांसदों को निलंबित कर दिया गया. लोकसभा और राज्यसभा में निलंबित हुए सांसदों की संख्या 141 हो गई है. इसके साथ ही लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. इन सबको लेकर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) का बयान सामने आया है. ललन सिंह ने कहा कि अपने कर्मों पर, अपने कुकृत्यों पर पर्दा डालने के लिए विपक्षी सांसदों का निलंबन करके लोकतंत्र की हत्या की जा रही है.


'…लेकिन गृह मंत्री नहीं आएंगे'


जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा, "विपक्ष के जो सांसद हैं वो एक ही मांग कर रहे हैं कि इस देश के गृह मंत्री जो इस सदन के सदस्य भी हैं वो आकर जो संसद की सुरक्षा में जो चूक हुई है उस पर सरकार का पक्ष रखें. वो सदन के सदस्य हैं, देश के गृह मंत्री हैं, संसद के प्रति सरकार उत्तरदायी होता है लेकिन गृह मंत्री यहां नहीं आएंगे. ये लोकतंत्र है और ये उनके लोकतंत्र की परिभाषा है."



ललन सिंह ने पूछा- किसकी अनुशंसा पर आए थे दो लोग?


ललन सिंह ने कहा कि विपक्ष जब मांग करेगा उनके (अमित शाह) आने की तो निलंबित करेंगे. लोकतंत्र की हत्या हो रही है. ये लोकतंत्र का मंदिर है. इस सवाल पर कि सरकार कह रही है विपक्ष माहौल बिगाड़ रहा है, काम नहीं होने दिया जा रहा है. इस पर ललन सिंह ने कहा कि आप काम करिए न, कौन आपको मना कर रहा है? जब तक संसद में हमला नहीं हुआ और लोग नहीं घुसे थे तब तक संसद की कार्यवाही चल रही थी. अब यह घटना हुई है तो इस पर आकर देश के गृह मंत्री को बोलना चाहिए. आखिर लोकतंत्र है. कौन सांसद है जिसकी अनुशंसा पर ये दो लोग आए थे? ये बीजेपी के सांसद हैं.


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