पटना: बिहार की राजधानी पटना में बीते दिनों हुए जेडीयू (JDU) नेता सह दानापुर नगर परिषद उपाध्यक्ष दीपक मेहता की हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. पटना एसएसपी मानव जीत सिंह ढिल्लो ने रविवार को पीसी कर बताया कि घटना में शामिल शूटर सहित चार अपराधियों को हथियार और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया है. साथ ही घटना में इस्तेमाल किए गए बाइक को भी बरामद कर लिया गया है. हत्या के पीछे का कारण लंबे समय से चला आ रहा जमीन विवाद है.
28 मार्च को कर दी थी हत्या
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में राजू कुमार, राजकुमार साहनी उर्फ बालक, मनोज कुमार और मोहम्मद आजाद हुसैन उर्फ पिंटू शामिल हैं. इनके पास से दो देशी पिस्टल, चार जिंदा कारतूस और घटना में इस्तेमाल बाइक बरामद किया गया है. अधिकारी ने बताया कि 28 मार्च की रात्रि 9:30 बजे दानापुर थाना अंतर्गत नासरीगंज पुलिस चौकी के समीप बाइक सवार तीन से चार की संख्या में अपराधियों ने दीपक की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
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जमीन कारोबार से जुड़े थे नेता
घटना के बाद जांच में जुटी पुलिस ने मृतक के परिजनों, करीबियों और कर्मचारियों के साथ-साथ घटना के समय आसपास मौजूद लोगों से पूछताछ की. इस दौरान पता चला कि दीपक मेहता राजनीति के साथ-साथ जमीन के कारोबार से भी जुड़े हुए व्यक्ति थे. पटना में कई जगह उनका जमीन की खरीद-बिक्री का कारोबार था. इसी में से एक दानापुर के मिथिला कॉलनी स्थित बिस्कुट फैक्ट्री मोड़ के पास स्थित 52 कट्ठा जमीन था, जिसको लेकर रवि गोप और उसके साथी से नेता का विवाद था.
मुख्य आरोपी की पुलिस को तालाश
वहीं, दीघा में 29 कट्ठे के प्लॉट को लेकर बुद्धा कॉलोनी के रहने वाले उमेश कुमार से भी नेता का विवाद चल रहा था. इन्हीं विवादों में उनकी हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है. घटना में बिहार पुलिस एसोसिएशन का पदेन सदस्य लाली का भी नाम सामने आया है, जिसकी फिलहाल जांच की जा रही है.
एसएसपी ने बताया कि घटना में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि मुख्य शूटर और इसमें शामिल कई लोग फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है. पूरी घटना में मुख्य रूप से रवि गोप और उमेश कुमार को आरोपित किया गया है. दोनों फरार चल रहे हैं.
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