JDU Statement: क्या लोकसभा चुनाव से पहले लागू हो सकता है CAA? मंत्री जमा खान ने किया सबकुछ क्लियर, निशाने पर रही BJP
Jama Khan Statement: सीएए के मुद्दे पर मंत्री जमा खान ने कहा कि बीजेपी को लग रहा है कि वो चुनाव हारेगी. इस तरह के मुद्दों को इसलिए उठा रही है. कानून ला रही है.

पटना: सीएए (CAA) और सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में निमंत्रण सहित कई मुद्दों पर जेडीयू कोटे के मंत्री जमा खान (Jama khan)ने मीडिया से बातचीत की. इस बातचीत में उन्होंने कहा कि सीएए पर जेडीयू (JDU) का क्या रुख रहेगा? यह हमारा शीर्ष नेतृत्व तय करेगा. बीजेपी लोकसभा चुनाव को लेकर डरी हुई है. बौखलाई हुई है. बतौर सीएम नीतीश कुमार बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. महागठबंधन एकजुट है. पूरे देश भर में 'इंडिया' गठबंधन एकजुट होकर लोकसभा चुनाव लड़ेगा इसलिए बीजेपी को लग रहा है कि वो चुनाव हारेगी. इस तरह के मुद्दों को इसलिए उठा रही है. कानून ला रही है.
चुनावी लाभ के लिए बीजेपी यह सब कर रही है. उसको जनता से मतलब नहीं है. सीएए लोकसभा चुनाव से पहले लाया जा रहा है या नहीं इसकी कोई जानकारी अभी हम लोगों को नहीं है.
'इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए'
मंत्री जमा खान ने कहा कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सीएम नीतीश जाएंगे या नहीं? यह तो नीतीश बताएंगे. यह धर्म आस्था का विषय है. इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. जिसको आस्था है वह जाएगा. बता दें लोकसभा चुनाव के पहले लागू हो सकता है सीएए नियम बनकर तैयार है. पिछले दिनों पश्चिम बंगाल में गृहमंत्री अमित शाह ने साफ किया था कि सीएए देश का कानून है और इसे लागू होने से कोई रोक नहीं सकता. सीएए के तहत अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश से 31 दिसंबर 2014 तक आने वाले प्रताड़ित गैर मुस्लिम प्रवासियों (हिंदू, ईसाई, सिख, जैन, बौद्ध और पारसी) को भारत की नागरिकता देने का प्रविधान है.
सीएम नीतीश को मिला है राम मंदिर का निमंत्रण
2019 में शीतकालीन सत्र के दौरान संसद से सीएए कानूनों के पास होने के बाद इसका विरोध शुरू हो गया था. विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए सरकार इसे लागू करने में सावधानी बरतने का फैसला किया था व अब इसको लागू किया जा सकता है. वही, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिल गया है. राम मंदिर के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए नीतीश को निमंत्रण पत्र भेजा गया है. एक दिन पहले वे उनसे मिलने भी गए थे, लेकिन सीएम के बाहर जाने की वजह से मुलाकात नहीं हो पाई.
जहां इंडिया गठबंधन के कई दल प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नही हो रहे है, अब जब नीतिश कुमार को संयोजक बनाए जाने की बात हो रही है तो क्या नीतीश कुमार रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे? इसी पर सबकी नजरें टिकी हैं.
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