पटना: मणिपुर हिंसा मामले को लेकर विपक्ष संसद भवन (Parliament Monsoon Session) में अविश्वास प्रस्ताव ला रहा है. इसको लेकर बयानबाजी शुरू हो गई है. वहीं, इस मुद्दे पर बुधवार को जेडीयू (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) ने कहा कि पूरा विपक्ष एकजुट होकर अविश्वास प्रस्ताव ला रहा है. अविश्वास प्रस्ताव जिस दिन लोकसभा अध्यक्ष तय करेंगे, उस दिन बहस होगी. इससे बीजेपी सरकार की कुकृत्य का पर्दाफाश किया जाएगा. वहीं. महागठबंधन में टूट को लेकर बीजेपी के आरोप पर उन्होंने कहा कि बिल्ली सिक्के के ऊपर बैठी रहती है कि सिक्का टूटेगा और दही का छाली खाएंगे. बीजेपी ऐसी ही मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रही है. महागठबंधन एकदम मजबूत है.
अविश्वास प्रस्ताव पर ललन सिंह बोले
अविश्वास प्रस्ताव को लेकर ललन सिंह ने कहा कि मणिपुर महीनों से जल रहा है और इस मामले पर प्रधानमंत्री एक शब्द तक नहीं बोल रहे हैं. इससे बड़ा संवेदनहीनता का दूसरा बड़ा उदाहरण नहीं हो सकता है. इस देश को चलाने की जिम्मेवारी आपकी है. देश की जनता के प्रति आपको संनेदनशील होना पड़ेगा. प्रधानमंत्री विदेश में जाकर भाषण देते हैं, वहां संसद भवन में जाकर भाषण देते हैं तो नारा लगता है, लेकिन यहां तो नारा नहीं लगेगा. विपक्ष का तो यही मांग है कि प्रधानमंत्री मणिपुर की घटना पर संसद भवन में बयान दें. इसके बाद हमलोग बहस के लिए तैयार हैं. सदन के नेता सदन से भाग रहे हैं.
मोदी सरकार के खिलाफ दूसरी बार अविश्वास प्रस्ताव
लोकसभा में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने मणिपुर हिंसा मामले को लेकर बुधवार को नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. विगत नौ वर्षों में यह दूसरा अवसर होगा जब यह सरकार अविश्वास प्रस्ताव का सामना करेगी. इससे पहले, जुलाई, 2018 में मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाया था. इस अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में सिर्फ 126 वोट पड़े थे, जबकि इसके खिलाफ 325 सांसदों ने मत दिया था.