Rajeev Ranjan On Akhilesh Yadav: देश में जेपी को श्रद्धांजलि देने पर भी राजनीति छिड़ गई है. समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण की जयंती पर श्रद्धांजलि देने जाने के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव को रोके जाने पर जेडीयू ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि अखिलेश यादव मध्य रात्रि में श्रद्धांजलि देने पहुंचे गए. उन्हें सब्र रखना चाहिए था. अखिलेश यादव उनके मुल्यों की परवाह तो करते नहीं हैं. 


अखिलेश यादव पर राजीव रंजन ने क्या कहा? 


जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि क्या वो (अखिलेश यादव) जेपी को श्रद्धांजलि तक सीमित रखना चाहते हैं? परिवारवाद वंशवाद व्यवस्था परिवर्तन के खिलाफ जेपी ने संघर्ष किया. यह अखिलेश यादव देखें. इन मूल्यों की परवाह अखिलेश ने नहीं की. एक पूरे परिवार का समाजवादी पार्टी पर कब्जा है. जेपी पर सियासत नहीं करनी चाहिए. 




वहीं उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस को जेपी पर बोलने का हक नहीं है. कांग्रेस के कारण जेपी को कितना कष्ट हुआ ये सब जानते हैं. साथ ही अखिलेश यादव को जवाब देते हुए जेडीयू नेता ने साफ कहा कि बीजेपी जेडीयू का गठबंधन अटूट है और हम लोग मजबूती से साथ हैं. गठबंधन तोड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता. दरअसल अखिलेश ने जेडीयू को बीजेपी से गठबंधन तोड़ने की सलाह दी थी. 


एनआईसी जाना चाहते थे सपा प्रमुख अखिलेश यादव 


बता दें कि आज 11 अक्टूबर को जन नायक जयप्रकाश नारायण की जयंती है, जिसे लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ के गोमती नगर स्थित जेपी एनआईसी जाने का ऐलान किया था, लेकिन इससे पहले ही लखनऊ पुलिस ने उनके आवास पर बैरिकेडिंग कर दी. आवास के सामने भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. इसके विरोध में सपा नेता और कार्यकर्ता सुबह से ही बैरिकेडिंग पर चढ़कर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसे लेकर बिहार में भी राजनीतिक बयानबाजियों का दौर जारी है.


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