Name Plate Controversy: यूपी की मंत्री गुलाब देवी के एक बयान पर पूरे देश में सियासत गरमा गई है. उन्होंने कहा है कि बैंड बाजे वालों को भी खुद के नाम पर बैंड रखने चाहिए. इस बयान पर पूरे देश में बयानबाजी तेज हो गई है. वहीं, इस मुद्दे पर जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने पार्टी का रुख साफ किया. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि हमारी सरकार 'सबका साथ सबका विश्वास' लेकर चलती है. बिहार सरकार ऐसा नहीं करेगी. इन सब चीजों से बचना चाहिए. 


दरअसल यूपी की मंत्री गुलाब देवी कहा कि चंदौसी की बात करें तो यहां अनेक बैंड बाजे वाले हैं. किसी का नाम मंगलम है, किसी का नाम अशोक, गीता या सरोज है. इस तरह से तमाम नाम रखे जा रहे हैं, वो ठीक नहीं है. इसलिए जो व्यक्ति जो काम करता है उसे वही नाम रखना चाहिए. अपने नाम पर क्यों उन्हें कमजोरी और आत्मग्लानि महसूस होती है. ये नहीं होनी चाहिए. 


बिहारी छात्र के साथ मारपीट पर बोले संजय झा


वहीं, बिहार के छात्रों के साथ बंगाल में मारपीट वाले वायरल वीडियो पर संजय झा ने कहा कि वायरल वीडियो वाले मामले पर एक गिरफ्तारी हुई है. बिहार और बंगाल के चीफ सेक्रेटरी ने बातचीत की है. इस देश के लोगों को किसी राज्य में जाने की आजादी है. संविधान की बात करने वाले पर सवाल उठेंगे. संविधान ने आजादी दी है.


एक बार फिर चर्चा में है कि 'नेम प्लेट' विवाद


बता दें कि 'नेम प्लेट' की चर्चा एक बार फिर सियासी गलियारों में तेज हो गई है. पहले योगी सरकार ने दुकानदारों को 'नेम प्लेट' लगाने का आदेश दिया था. इस पर खूब बवाल हुआ. यह फरमान काफी सुर्खियों में रहा. वहीं, अब हिमाचल प्रदेश के शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में फास्ट फूड, रेहड़ी और ढाबों के मालिकों को अपनी दुकानों के बाहर पहचान पत्र लगाने का निर्देश दिया गया है. अब यह फरमान चर्चा में आ गया है. हालांकि कांग्रेस आलाकमान की नाराजगी के बाद सरकार ने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं.


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