Bihar Politics: विपक्षी दलों के मोर्चे में मायावती को लेकर JDU ने किया रुख स्पष्ट, मंत्री श्रवण कुमार ने दिया बड़ा संकेत
Mayawati News: विपक्षी एकता में बसपा प्रमुख मायावती शामिल नहीं हुई हैं. वहीं, इसको लेकर सोमवार को मंत्री श्रवण कुमार ने यूपी के बलिया में बड़ा बयान दिया.
पटना: बिहार सरकार के मंत्री और जनता दल के उत्तर प्रदेश प्रभारी श्रवण कुमार (Shravan Kumar) ने सोमवार को यूपी के बलिया में दावा किया कि बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती (Mayawati) आने वाले समय में विपक्षी दलों के मोर्चे में शामिल होंगी. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर बिहार समेत दूसरे राज्यों में विपक्षी दलों को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जेडीयू (JDU) समान नागरिक संहिता का विरोध करेगी. आगे उन्होंने कहा कि देश में नफरत का वातावरण बनाने का जो प्रयास बीजेपी कर रही है, उसका देशभर में विरोध हो रहा है.
बलिया पहुंचे थे मंत्री श्रवण कुमार
श्रवण कुमार ने सोमवार को बलिया जिला मुख्यालय पर जनता दल (यू) के कार्यकर्ता सम्मेलन के अवसर पर संवाददाताओं से बातचीत के दौरान सवालों के जवाब में विश्वास जताया कि आने वाले समय में बसपा प्रमुख मायावती विपक्षी दलों के मोर्चे में शामिल होंगी. उन्होंने कहा कि समय आने पर सभी पार्टियां एक होंगी. सभी लोग गोलबंद होंगे. पटना में हुई विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक में मायावती के शामिल ना होने को लेकर कहा कि इंतजार कीजिए, थोड़ा वक्त दीजिए. आने वाले समय में वह भी होगा, जो आप बोल रहे हैं.
बीजेपी पर बोला हमला
महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में टूट को लेकर किए गए एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि बीजेपी का कोई दूसरा काम नहीं बचा है. बीजेपी को केवल दूसरी पार्टियों को तोड़कर अपनी क्षमता को बढ़ाना है. पार्टियां टूट रही हैं, टूटेंगी. उसकी चिंता नहीं करनी है. देश के सामने चुनौती महंगाई व बेरोजगारी की है. संविधान खतरे में है. देश की सभ्यता और संस्कृति को बदलने की कोशिश हो रही है. यह महत्वपूर्ण विषय है. हम इस पर काम कर रहे हैं.
यूसीसी पर बोले मंत्री श्रवण कुमार
जेडीयू नेता ने कहा कि 2024 में बीजेपी से देश को मुक्त करने के अभियान को सफल बनाने के लिए काम जारी है. बीजेपी पर बिहार में विपक्षी दलों को तोड़ने का प्रयास करने को लेकर पूछे जाने पर कहा कि बीजेपी सब जगह यह कर रही है. तोड़कर ही बड़ी पार्टी बनी है. इसका खामियाजा उन्हें 2024 में भुगतना पड़ेगा. समान नागरिक संहिता पर दल के रुख को लेकर कहा कि यूसीसी का विरोध किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: Bihar Politics: क्या चिराग पासवान केंद्रीय मंत्रिमंडल में होंगे शामिल? खुद दिया जवाब, कहा- नीतीश कुमार को डर लग रहा