JDU Statement: 'I.N.D.I.A में जल्द हो शीट शेयरिंग', पांच राज्यों के चुनावी रिजल्ट के बाद JDU का बदला-बदला है मिजाज!
I.N.D.I.A Alliance: पांच राज्यों में चुनाव के बाद 'इंडिया' गठबंधन में सुगबुगाहट देखने को मिल रहा है. वहीं, संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने मंगलवार को गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया.
पटना: पांच राज्यों के चुनावी नतीजे में तीन राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ और राजस्थान में कांग्रेस को करारी हार मिली. अब 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने अपना स्टैंड क्लियर कर दिया है. संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Chaudhary) ने 'इंडिया' गठबंधन के नेताओं को बड़ा संदेश दिया और कहा कि तीन राज्यों में जो रिजल्ट आए हैं वह यह दर्शा रहा है कि अब 'इंडिया' गठबंधन को ठोस कदम लेने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अभी समय की मांग यही है कि 'इंडिया' गठबंधन की जो बैठक होगी उसमें सबसे पहले सीट शेयरिंग पर बात पर की जानी चाहिए कि किसे कितनी सीट मिलनी चाहिए. यह आपस मे बैठकर तय कर लेना चाहिए और इसका निर्णय जल्द लेने की जरूरत है. इसमें अगर लेट किया गया तो परेशानी हो सकती है.
'हर हाल में रीजनल पार्टियों को तो सम्मान देना पड़ेगा'
विजय चौधरी ने कहा कि जिन राज्यों में जिस दल की ज्यादा मजबूती है उसके हिसाब से उन उन राज्यों में सीट देने पर चर्चा होनी चाहिए. पहले के जो 'इंडिया' गठबंधन की बैठक हुई है उसमें यह तय हो चुका है कि वन टू वन लड़ाई होनी है तो यह तभी संभव होगा जब सभी दल मिलकर यह तय करे कि कौन सीट पर कौन सी पार्टी चुनाव लड़ेगी. हर हाल में रीजनल पार्टियों को तो सम्मान देना पड़ेगा, क्योंकि जिन राज्यों में रीजनल पार्टियां मजबूत स्थिति में है वहां नेशनल पार्टियों को टक्कर देती है और अभी जो चुनाव हुए हैं उसमें भी यह दिखा है. इसलिए रीजनल पार्टियों को सम्मान ही नहीं बल्कि उदारता के साथ देखने की जरूरत है और उचित सम्मान के साथ सीट शेयरिंग होनी चाहिए.
गिरिराज और चिराग पर बोले विजय चौधरी
वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ दिए गए गिरिराज सिंह और चिराग पासवान के बयान पर जेडीयू के मंत्री ने कहा कि इन लोगों को नीतीश फोबिया हो गया है. इतिहास गवाह है जहां नीतीश कुमार रहे हैं वहां सरकार बनी है तो यह लोग इस तरह से बोलकर चाहते हैं कि नीतीश कुमार मेरे साथ आ जाए. उन्होंने कहा कि यह लोग नीतीश कुमार के खिलाफ अनाप-शनाप बोलते हैं. क्या सभी जगह नीतीश कुमार ही कारण बने हैं. कर्नाटक में चुनाव हुआ तो नीतीश कुमार कारण हैं, राजस्थान में चुनाव हुआ तो नीतीश कुमार कारण हैं, मध्य प्रदेश में चुनाव हुआ तो नीतीश कुमार ही कारण हैं? इन लोगों के दिमाग में सिर्फ नीतीश कुमार बैठे हुए हैं. यह लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि बगैर नीतीश कुमार के बिहार में किसी की सरकार नहीं बन सकती है.