Bihar Assembly Election 2025: जनता दल यूनाइटेड ने बिहार के सत्तारूढ़ गठबंधन में नेतृत्व को लेकर उठने वाले सभी सवालों को ‘काल्पनिक’ करार दिया और मंगलवार को एक बार फिर दोहराया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) राज्य विधानसभा का अगला चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ही अगुवाई में लड़ेगा. केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने संवाददाता सम्मेलन में यह भी कहा कि उनकी पार्टी मजबूती से एनडीए के साथ खड़ा है और रहेगा.


जदयू नेताओं ने राष्ट्रीय राजधानी का चुनाव नजदीक आते ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सबसे बड़ा पूर्वांचल हितैषी बन जाने का ‘पाखंड’ करने का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी पूरी दिल्ली में उनके खिलाफ अभियान चलाएगी और उनके पूर्वांचल विरोधी चेहरे को बेनकाब करेगी.


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से हाल में बिहार विधानसभा चुनाव में नेतृत्व को लेकर खुलकर बयान देने से परहेज करने के बाद नीतीश कुमार को लेकर चल रही अटकलों के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में ललन सिंह ने कहा कि यह सब सवाल काल्पनिक है. उन्होंने कहा, "जदयू मजबूती से एनडीए के साथ खड़ा है और रहेगा. यह साफ है कि एनडीए बिहार का अगला चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगा." 


सपना देखने पर कोई रोक तो है नहीं- ललन सिंह
ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के सभी जिलों की यात्रा पर हैं और सोमवार को ही बेतिया से वापस आए हैं. उन्होंने वहां मिले जनसमर्थन का हवाला देते हुए कहा कि लोगों को नीतीश कुमार में विश्वास है कि वह जो कहते हैं, उसे करते भी हैं. विपक्षी नेताओं, खासकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए सिंह ने कहा, ‘‘बाकी तो किसी को भी दिन में सपना देखने का हक है. सपना देखने पर कोई रोक तो है नहीं. वे लोग 20 साल से सपना देख रहे हैं. आगे भी देखते रहेंगे."


‘वास्तव में केजरीवाल को किसी से प्रेम नहीं’
वहीं संजय झा ने कहा कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव में भी एनडीए मजबूती से चुनाव लड़ेगा. दिल्ली में जदयू कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘हम लोगों की बात चल रही है. हम लोग साथ लड़ेंगे. अभी सीटों के बारे में बातचीत चल रही है. जब तय होगा, तो बताएंगे."


ललन सिंह ने कहा कि हाल के दिनों में देखने को मिला है कि अरविंद केजरीवाल का पूर्वांचल के लोगों के प्रति बड़ा प्रेम जागा है. उन्होंने कहा, ‘‘वास्तव में अरविंद केजरीवाल को किसी से प्रेम नहीं है. वह मौकापरस्त आदमी हैं. जब जैसा मौका आया, वैसा चादर ओढ़ लिया.उनसे बड़ा कोई पाखंडी नहीं है. मन के अंदर महत्वाकांक्षा जागी, तो अन्ना हजारे को किनारे लगा दिया."


संवाददाता सम्मेलन में कोरोना महामारी के दौरान पूर्वांचल और बिहार के लोगों के बारे में केजरीवाल की ओर से की गई कुछ टिप्पणियों पर वीडियो प्रस्तुतिकरण दिया गया और पार्टी नेताओं ने कहा कि वे उनके भाषणों को दिल्ली के हर इलाके में लोगों के बीच ले जाएंगे. ललन सिंह ने कहा, ‘‘आपने जो वीडियो देखा, क्या यह उनका पूर्वांचलियों के प्रति प्रेम है? वे (केजरीवाल) कहते हैं कि बिहारी पांच सौ रुपये लेकर आता है और दिल्ली में पांच लाख का इलाज कराकर वापस चला जाता है. यह दिल्ली उनकी जागीर नहीं है, यह देश की राजधानी है."


बिहार प्रेम मौकापरस्ती है- ललन सिंह
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी की सरकार और उसके मुखिया केजरीवाल ने कोरोना के दौरान सारे पूर्वांचल के लोगों को नोएडा की सीमा पर अपने हाल पर छोड़ दिया था. उन्होंने कहा कि तब जाकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश के 25 लाख लोगों के लिए सारी व्यवस्था की, उन्हें शिविरों में रखा गया और उनके खाते में एक-एक हजार रुपये दिए गए.


उन्होंने कहा, ‘‘केजरीवाल आज कह रहे हैं कि बीजेपी पूर्वांचलियों की विरोधी है. आपसे बड़ा कौन है पूर्वांचलियों का विरोधी? आपका यह वीडियो बताता है कि आप कितने बड़े पूर्वांचल विरोधी हैं और चुनाव का समय आता है, तो सबसे बड़े पूर्वांचल हितैषी बन जाते हैं." उन्होंने कहा, ‘‘इस वीडियो को लेकर जदयू पार्टी पूरे दिल्ली के चुनाव में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अभियान चलाएगी. इनका पूर्वांचल प्रेम ढकोसला है. बिहार प्रेम मौकापरस्ती है. इस चुनाव में इनकी पोल खोलेंगे."


‘कोई नाम नहीं काटा गया है’
केजरीवाल के इस आरोप पर कि बीजेपी के लोग पूर्वांचलियों के नाम मतदाता सूची से हटवा रहे हैं, ललन सिंह ने इसे ‘सफेद झूठ’ करार दिया और कहा कि बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा की ओर से बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के बारे में राज्यसभा में दिए गए बयान को उन्होंने ‘बड़ी चालाकी’ से पूर्वांचलियों के साथ जोड़ दिया.


उन्होंने कहा, ‘‘यही तो उनका ढकोसला है. कोई नाम नहीं काटा गया है पूर्वांचल और बिहार के लोगों का. मुंह में राम बगल में छुरी. बात हो रही है रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुसलमानों की और निशाना बना रहे हैं पूर्वांचलियों को. यही इनका चरित्र है." दिल्ली में अगले साल फरवरी महीने में, जबकि बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव 2025 के उत्तरार्द्ध में होने हैं.


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