(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
नीतीश कुमार को जिताने वाले प्रशांत किशोर के बयान पर भड़की JDU, PK को लेकर कह दी बड़ी बात
Bihar News: जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव मनीष वर्मा सीवान में पत्रकारों से बात कर रहे थे. इस दौरान वे प्रशांत किशोर पर जमकर बरसे. पढ़िए उन्होंने क्या कुछ कहा है.
Manish Verma Attacks Prashant Kishor: जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव मनीष वर्मा ने चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर पर हमला बोला है. यात्रा के तहत सीवान पहुंचे मनीष वर्मा सोमवार (30 सितंबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार के जिताने वाले प्रशांत किशोर के बयान पर पलटवार किया. पत्रकारों से सवाल करते हुए कहा कि क्या प्रशांत किशोर राजनीति में हैं? प्रशांत किशोर तो एक मुहिम चला रहे हैं. उनका तो राजनीति में अभी करियर भी शुरू नहीं हुआ है. पार्टी बनाएंगे तब न उनका करियर शुरू होगा. अभी तो वो आंदोलन चला रहे हैं.
मनीष वर्मा ने कहा, "उन्होंने (प्रशांत किशोर) तो सबको जिताया है. पीएम मोदी को जिताया है. उन्होंने नीतीश कुमार को जिताया है. प्रशांत किशोर कौन से विचारधारा के हैं? मैं क्या उनकी बात करूं? वो तो रणनीतिकार हैं. हमारे यहां सब जगह पर सभी पार्टियां जो हैं वो रणनीतिकार, प्रचार करने वाला, पोस्टर बैनर लगाने वाले का सहयोग लेती है. नारा लिखने वाले का सहयोग लेती है. सब पार्टियां लेती हैं. हम लोगों ने भी पहले लिया है."
जनता को लेना है फैसला: मनीष वर्मा
पत्रकारों के इस सवाल पर कि राजनीति में प्रशांत किशोर के आने से असर पड़ेगा? इस पर मनीष वर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि फैसला तो जनता को लेना है. पहले उनका (पीके) काम क्या था? टीवी में एड देना, सोशल मीडिया पर एड देना, सब जगह प्रचार करना, यही उनका काम था. पार्टी (जेडीयू) में उनको रखा गया था, लेकिन वो रहे कहां? जब उनकी कोई अपनी विचारधारा नहीं है तो जिस जगह मौका मिला उसी जगह जुड़ गए. जहां-जहां पार्टियां जीतने वाली थीं वहां-वहां चिपक गए और अपना नाम कमा लिया.
वक्फ बोर्ड पर क्या बोले मनीष वर्मा?
वहीं दूसरी ओर वक्फ बोर्ड पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी. मनीष वर्मा ने कहा कि बिना अल्पसंख्यक समाज के सहमति और सुझाव के बिल पारित नहीं होगा. विपक्ष भ्रामक प्रचार कर रहा है. बिल को जेपीसी में भेजा गया है. विचार-विमर्श के बाद लागू होगा. जेडीयू अल्पसंख्यक समाज के हितों के खिलाफ कोई काम नहीं करेगी. अल्पसंख्यक समाज को घबराने की जरूरत नहीं है.
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