दरभंगा: शराब तस्करी के मामले में लंबे समय से फरार चल रहे प्रकाश भूषण हजारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, 6 अप्रैल को गुप्त सूचना के आधार पर प्रकाश भूषण हजारी के रामपुर रौता स्थित वाटर प्लांट पर छापेमारी कर भारी मात्रा में शराब की बोतलें बरामद की गई थीं. इसके बाद से वह फरार चल रहा था. प्रकाश भूषण हजारी कुशेश्वर स्थान के जेडीयू विधायक अमन भूषण हजारी का चचेरे भाई है.
मामले में आरोपी प्रकाश भूषण हजारी की तलाश में जुटी पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी प्रकाश भूषण हजारी कुशेश्वर स्थान बाजार में मौजूद घूम है. इसके बाद पुलिस ने सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया.
जेडीयू विधायक अमन भूषण हजारी ने दी ये सफाई
हालांकि मामले में जेडीयू विधायक अमन भूषण हजारी ने सफाई दी है. जेडीयू विधायक ने साफ कहा कि उनका अपने चचेरे भाई से लंबे समय से कोई संबंध नहीं है. उनके चाचा आज से करीब 40 साल पहले से ही पैतृक संपत्ति का बंटवारा कर अलग हो गए थे.
चचेरे भाई या उसके कारोबार से उनका दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है. इधर छापेमारी के दौरान पुलिस को उस वक्त मौके पर कोई भी व्यक्ति नहीं मिला था. इस मामले में पुलिस लगातार प्रकाश के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी अभियान चला रही थी, लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिली थी.
स्थानीय लोगों ने लगाए ये आरोप
इधर स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि प्रकाश भूषण हजारी लंबे समय से शराब के धंधे में लिप्त था. साल 2019 में शराब से भरे ट्रक को पुलिस ने जब्त किया था. उस दौरान भी जांच में प्रकाश भूषण हजारी का नाम आया था, लेकिन पुलिस के पास पुख्ता सबूत नहीं होने की वजह से उस वक्त कार्रवाई नहीं हो पाई.
इस बीच प्रकाश भूषण ने अपने घर के पास वाटर प्लांट लगाया था, जिसकी आड़ में अवैध शराब का धंधा फल फूल रहा था. इसकी भनक लगने पर पुलिस ने छापेमारी की. इस दौरान पुलिस द्वारा वाटर प्लांट से 180 ML की 960 विदेशी शराब की बोतलें पुलिस ने जब्त की गई थी. वहीं कुशेश्वरस्थान थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.