(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bihar News: बेगूसराय सदर अस्पताल में JDU MLA और डॉ. के बीच काफी देर तक चली कहासुनी, विधायक बोले- चिकित्सक बीमार है
Begusarai News: बच्चे की गंभीर हालत को देख कर सत्तारूढ़ दल के नेता राजकुमार सिंह बेगूसराय सदर अस्पताल पहुंचे थे. इस दौरान उनकी डॉक्टर के साथ खूब बहस हुई.
बेगूसराय: जेडीयू के नेता और बिहार विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के नेता राजकुमार सिंह ने बेगूसराय सदर अस्पताल की पोल खोल दी. दरअसल, गुस्से से लाल पीले मटिहानी के जेडीयू विधायक (JDU MLA) और सत्तारूढ़ दल के सचेतक राजकुमार सिंह मंगलवार को बम धमाके में घायल बच्चों से मिलने सदर अस्पताल पहुंचे थे. इस दौरान बच्चों की गंभीर हालत को देख कर सत्तारूढ़ दल के नेता राजकुमार सिंह (Rajkumar Singh) डॉक्टर की खोज करने लगे तो इमरजेंसी ड्यूटी मे तैनात एक मात्र डॉक्टर ने बच्चा के इलाज करने से मना ही नहीं किया बल्कि एमएलए से मिलने से तक इंकार कर दिया. अपने ढेर सारे समर्थकों के साथ अस्पताल पहुंचे. राजकुमार सिंह अपनी इस बेइज्जती को देखकर आग बबूला हो गए और डॉ. चंदन कुमार को खूब खरी खोटी सुनाई.
डॉक्टर करते रहे बहस
इस दौरान डॉ. चंदन ने भी एमएलए के मर्यादा का ख्याल नहीं रखते हुए उन्हें उनकी बातों का जवाब देते रहे और अपनी ड्यूटी समझाते रहे. जिससे एमएल भड़क गए और तुम तड़ाक पर उतरते हुए डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज करने तक की बात कह डाली. इसके बावजूद डॉक्टर अपनी जिम्मेवारी समझाते हुए विधायक से बहस करते रहे और बच्चे का इलाज करने से इंकार कर दिया. इस दौरान विधायक काफी गुस्से में नजर आए और उन्होंने सदर अस्पताल की व्यवस्था के संबंध में कहा कि यहा तैनात डॉक्टर जब खुद बीमार है तो वो इलाज क्या करेगा? इस दौरान सदर अस्पताल में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा. वहीं, बाद में गुस्से से लाल राजकुमार सिंह ने सिविल सर्जन प्रमोद कुमार को फोन कर सदर अस्पताल बुलाया तो डॉक्टर प्रमोद सिंह भागे भागे सदर अस्पताल पहुंचे.
बम ब्लास्ट में घायल पीड़ित से मिलने पहुंचे थे विधायक
बता दें कि मंगलवार को नावकोठी थाना क्षेत्र के पहसारा गांव में एक खंडहरनुमा घर में रखे बम के ब्लास्ट होने से बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका इलाज सदर अस्पताल सहित अन्य जगहों पर चल रहा है. इस सिलसिले में उन्हें देखने के लिए मटिहानी के जेडीयू विधायक और सत्ता दल के सचेतक राजकुमार सिंह सदर अस्पताल पहुंचे थे. जहां व्यवस्था को देखकर वह बिफर पड़े. इस मौके पर बच्चे के परिजन ने बच्चों के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया और यह भी कहा कि डॉक्टर उन्हें निजी अस्पताल में जाने को कह रहे हैं. इसके बाद राजकुमार सिंह गुस्सा में भड़क गए. वहीं, इस पूरे वाकये पर विधायक ने कहा कि हम जैसे लोगों के साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है. अन्य सामान लोग की क्या स्थिति होती होगी?
ये भी पढ़ें: Liquor Ban in Bihar: क्या बिहार से हटेगी 'शराबबंदी'? बिहार में अब घर-घर जाकर लोगों से ली जाएगी इस पर 'मन की बात'