JDU MLC Neeraj Kumar: बीपीएससी अभ्यर्थियों के आंदोलन को लेकर प्रशांत किशोर, तेजस्वी यादव और पप्पू यादव के जरिए एक दूसरे पर बयानबाजी करने को लेकर जेडीयू प्रवक्ता और एमएलसी नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि यह तीनों में आपसी कंपटीशन चल रहा है कि नीचे से फर्स्ट कौन करेगा. नीरज कुमार ने कहा कि राजनीति का तंबू सबका उखड़ा हुआ है. प्रशांत किशोर उपचुनाव में चारों सीट पर तंबू लगाए थे, तभी तंबू  उखड़ गया. तेजस्वी यादव की  राजनीति अर्थी ही सज गई, लोकसभा में चार ही सीट आई .पप्पू यादव बेचारे, अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ता है. यह लोग क्या पॉलीटिकल माइलेज लेना चाहते.


प्रशांत किशोर को लेकर क्या कहा?


प्रशांत किशोर के जरिए अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज में FIR करने के बयान पर नीरज कुमार ने कहा कि राजनीति में इतना बड़ा झूठा आदमी होता है कोई. वो असत्य बोलने की पीएचडी किए हुए हैं. वह अपने पत्र में लिख रहे हैं कि मुजफ्फरपुर में जिस लड़के ने आत्महत्या की थी शिवम कुमार ने उसने परीक्षा नहीं देने के कारण आत्महत्या की, जबकि उसके पिताजी ने FIR में लिखा है कि इसमें किसी का कोई दोष नहीं है. प्रशांत किशोर कितने बड़े ज्ञानी हैं.


दूसरा जाली काम इनका देखिए कि जिला प्रशासन ने साफ लिखा है कि 28 दिसम्बर को जन सुराज पार्टी द्वारा छात्र संसद का कार्यक्रम गांधी मैदान में करने की अनुमति मांगी गई थी जिसे अस्वीकृत किया गया है. फिर वह गांधी मैदान क्यों गए थे 29 तारीख को भीड़ कैसे जमा कर दिए बिना परमिशन के छात्र को कैसे लेकर चले गए. उनको पिटवाने की मंशा थी. हम लोग शुरू से कह रहे हैं कि यह राजनीति में किशोर हैं. उन्होंने कहा कि बीपीएससी अभ्यर्थियों में को लेकर तीन आदमी में श्रेय लेने की होड़ लगी है. तीनों में फिर फुटबॉल चल रहा है कि हम नेता की, तुम नेता की वह नेता.


पप्पू यादव कल महामहिम से मिलने गए तो वह पहले से टाइम लिए होंगे क्योंकि वह बोले हैं कि पूर्णिया में हाईकोर्ट का एक बेंच बढ़ाया जाए. तो वह सोच लिए होंगें कि लगे हाथ इस पर भी बात कर ले. उन्होंने पप्पू यादव पर भी तंज कसते हुए कहा कि यह लगता है कि वे राज्यपाल के यह पीआरओ  हैं. अब तक की परंपरा रही है कि जो कोई राज्यपाल से मिलकर आता है तो कहता है कि हमने इस बात को लेकर महामहिम से कहा है, लेकिन यह वहां से आए तो कहे कि हमने बीपीएससी अभ्यर्थियों के लिए बात किया. इन्होंने डीएम को फोन कर बुलाया, बीपीएससी अध्यक्ष को बुलाया. यह बोलने का उनका अधिकार कैसे हो गया. राज्यपाल को मांग पत्र देने के बाद विज्ञप्ति राज्यपाल के जरिए निकाली जाती है. वैसे उनके ज्ञान को कोई चुनौती नहीं दे सकता है.


वहीं तेजस्वी यादव को लेकर नीरज कुमार ने कहा कि तीसरे तेजस्वी यादव हैं जो सीतामढ़ी से ज्ञान दे रहे हैं. शांतिपूर्ण आंदोलन होना चाहिए. हम पूछते हैं किस बात का आंदोलन नौकरी के बदले जमीन दे दिया. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव कहते हैं कि हमने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखा उसका जवाब नहीं दिए . नीरज कुमार चिट्ठी दिखाते हुए कहा कि पत्र में लिखा हुआ है कि बापू परीक्षा परिसर में केंद्र अधीक्षक, वीक्षक, परीक्षक प्राइवेट एजेंसी के हैं .बिहार विद्यालय परीक्षा समिति प्राइवेट एजेंसी होता है क्या? उनको इतना भी ज्ञान नहीं है तो उनको तो नेता प्रतिपक्ष से इस्तीफा दे देना चाहिए.


वह अपने पत्र में लिख रहे हैं कि आयोग ने माना है कि कदाचार मुक्त परीक्षा नहीं हुआ है, यह कहां जारी किया गया है. बीपीएससी के अध्यक्ष ,परीक्षा कंट्रोलर किसी का बयान जारी हुआ है क्या? किसी अखबार में निकला है क्या? किसके आधार पर वह लिख दिए. अंत में उन्होंने तेजस्वी यादव पर चुटकी लेते हुए कहा कि देखिए इनका राजनीतिक सर्वर कैसे डाउन हो गया है. लिखते हैं कि सर्वर डाउन रहने के कारण 90000 परीक्षार्थी फॉर्म भरने से वंचित रह गए. उनको जानकारी है क्या कि कितना अभ्यर्थी फॉर्म भरा है. उन्होंने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह जान बूझकर आंदोलन करवाया गया है. जैसे ही फॉर्म भरने का डेट खत्म होता है तो सरवर की बात की जाती है, जब सर्वर डाउन था तो साढ़े चार लाख  छात्रों ने फॉर्म कैसे भर दिया.


'पूरी प्लानिंग के तहत आंदोलन कराया गया'


नीरज कुमार ने कहा कि चार दिन में 140000 बच्चों ने फॉर्म भरा है तो क्या उन लोगों के लिए सर्वर डाउन नहीं था. उसके बाद नॉर्मलाइजेशन की बात होती है. उसके बाद मुद्दा बनाया जाता है कि जैसे ही परीक्षा खत्म होती है तो कहा जाता है कि परीक्षा रद्द करो. पूरी प्लानिंग के तहत आंदोलन कराया गया है. बच्चों को भड़का कर उन्मादी बनाकर के यह काम किया गया है. उन्होंने कहा कि इन लोगों का तो कुछ बिगड़ता नहीं है, जिस छात्रों का मुकदमा में नाम पड़ गया है. उसके मां-बाप प्रशांत किशोर को श्राप देगें, आपका राजनीति नाश हो जाएगा. अब तो वह लोग सरकारी नौकरी में लायक नहीं रहेगा तो उसके गुनहगार आप लोग होंगे.


वहीं, चिराग पासवान के जरिए बीएससी अभ्यर्थियों के मामले में मुख्यमंत्री से पहल करने की बात पर नीरज कुमार ने कहा कि चिराग पासवान अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, उनको मुख्यमंत्री से सीधे बात होती है, शायद उनको बात हुई होगी इसमें क्या करना है. मुख्यमंत्री और चिराग पासवान की बात होती रहती है. 


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