पटना: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के मामले को लेकर बिहार की राजनीति गरमा गई है. इसको लेकर महागठबंधन के नेताओं ने शुक्रवार को मार्च निकाला लेकिन इसमें जेडीयू (JDU) शामिल नहीं थी. वहीं, इस मुद्दे को लेकर जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार (Neeraj Kumar) ने कहा कि महागठबंधन के मार्च में जेडीयू से कोई क्यों नहीं था? इसकी मुझे जानकारी नहीं है. जेडीयू के शीर्ष नेतृत्व से मार्च में शामिल होने के लिए महागठबंधन के दलों ने संपर्क किया था? इसकी भी मुझे जानकारी नहीं है. राहुल गांधी को कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई है. यह अदालत का फैसला है.


जांच एजेंसियों का दुरुपयोग तो हो रहा है- नीरज कुमार


नीरज कुमार ने कहा कि जांच एजेंसियों का दुरुपयोग तो हो रहा है लेकिन राहुल गांधी का मामले में न्यायालय ने आदेश दिया है. बता दें कि राहुल गांधी को दो साल की हुई सजा मामले पर महागठबंधन के नेताओं ने बैनर-पोस्टर लेकर मार्च निकाला. विधानसभा के मुख्य द्वार से सदन तक महागठबंधन के नेताओं ने मार्च किया, जिसमें जेडीयू शामिल नहीं थी. सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सदन में भी महागठबंधन के दल राहुल गांधी मामले पर हंगामा कर रहे थे लेकिन जेडीयू के नेता शांत बैठे थे.


राहुल गांधी को इस मामले में हुई है सजा


हालांकि राहुल गांधी को अदालत ने जमानत भी दे दी है. इसके साथ ही उनकी सजा के अमल पर 30 दिनों तक के लिए रोक लगा दी है. कांग्रेस नेता फैसले को चुनौती दे सकें. बता दें कि राहुल गांधी के खिलाफ यह मामला उनकी उस टिप्पणी को लेकर दर्ज किया गया था, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि सभी चोरों का समान उपनाम मोदी ही कैसे है? राहुल गांधी की इस टिप्पणी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के नेता और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने शिकायत दर्ज कराई थी. वायनाड से लोकसभा सदस्य गांधी ने यह कथित टिप्पणी 2019 के आम चुनाव से पहले कर्नाटक के कोलार में आयोजित जनसभा में की थी.


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