पटना: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बुधवार को बिहार विधानसभा के अध्यक्ष को पत्र लिखा है. पत्र लिखकर उन्होंने विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दौरान विपक्ष के विधायकों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है. उन्होंने विधानसभा स्पीकर को लिखे पत्र में कहा कि मॉनसून सत्र के दौरान विपक्ष के विधायकों की सुरक्षा की व्यवस्था की जाए, ताकि वो बिना डरे जनता की बातों को सदन में रख सकें. 


झूठ की खेती कर रहे तेजस्वी यादव


हालांकि, तेजस्वी के इस पत्र पर अब विवाद शुरू हो गया है. जेडीयू ने इस बाबत नेता प्रतिपक्ष पर निशाना साधा है. जेडीयू प्रदेश उपाध्यक्ष और विधान पार्षद संजय सिंह ने बयान जारी करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ने विधानमंडल के मॉनसून सत्र की शुरुआत से पहले ही झूठ की खेती शुरू कर दी है. हालांकि, वो यह भूल गए हैं कि उनकी यह खेती अब बिहार में फलने वाली नहीं है.


जेडीयू एमएलसी ने कहा, " नेता प्रतिपक्ष होने के बावजूद तेजस्वी यादव ने विधानसभा में जिस तरह का आचरण दिखाया, वो बिहार में लोकतंत्र के लिए काला अध्याय है. सदन लोकतंत्र का मंदिर होता है और इसी मंदिर में विधानसभा अध्यक्ष के आसन पर तेजस्वी ने कब्जा जमाया और सदन को कलंकित किया."


खेद प्रकट करें तेजस्वी यादव


जेडीयू प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को सबसे पहले सदन में अपनी तरफ से किए गए कृत्य और अपने विधायकों द्वारा किए गए उत्पात के लिए सार्वजनिक तौर पर क्षमा मांगनी चाहिए. उन्हें विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखने से पहले माफीनामा लिखना चाहिए. 23 मार्च को विधानसभा में पिछले सत्र में विपक्षी सदस्यों ने जिस तरह हंगामा किया, उसके लिए खेद कौन जतायेगा? तेजस्वी को नैतिकता दिखाते हुए अविलंब खेद जताना चाहिए.


जेडीयू नेता ने तेजस्वी यादव से पूछा कि आखिर विधानसभा अध्यक्ष को किसके इशारे पर विपक्षी विधायकों ने उनके कक्ष में बंधक बनाया? तेजस्वी यादव को यह बताना चाहिए कि वह सदन में अध्यक्ष के आसन तक कैसे पहुंच गए? अगर तेजस्वी खुद विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी तक नहीं गए तो वो कौन सदस्य थे, जो तेजस्वी को गोद में उठाकर आसन तक ले गए?  


26 जुलाई से विधानमंडल का मॉनसून सत्र


संजय सिंह ने कहा कि तेजस्वी नहीं चाहते कि मॉनसून सत्र में सदन के अंदर विकास से जुड़े महत्वपूर्ण कार्य हों. नेता प्रतिपक्ष होने के बावजूद वह विधायकों को बरगलाने का काम क्यों कर रहे हैं. मालूम हो कि बिहार में 26 जुलाई से विधानमंडल का मॉनसून सत्र शुरू होना है. नीतीश कैबिनेट की बैठक में पांच दिवसीय मॉनसून सत्र को मंजूरी दी गई है. ऐसे में 26 को शुरू होने वाली सत्र 30 जुलाई तक चलेगी.


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