नालंदा: जेडीयू (JDU) सांसद कौशलेंद्र कुमार (MP Kaushalendra Kumar) गुरुवार की शाम अचानक बिहार शरीफ सदर अस्पताल पहुंचे. सांसद ने अस्पताल आने से पहले कई बार सिविल सर्जन को फोन किया था, लेकिन सिविल सर्जन ने कॉल रिसीव नहीं किया. सांसद के सदर अस्पताल पहुंचने के बाद अस्पताल कर्मियों में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में अस्पताल मैनेजर पहुंचे और सांसद का हाल चाल पूछा, लेकिन सांसद का गुस्सा (Nalanda News) सातवें आसमान पर चढ़ा हुआ था. सांसद ने फौरन सिविल सर्जन को बुलाने की बात कही. इसके बाद दौड़े दौड़े कर्मियों ने सिविल सर्जन को बुलाया. करीब दस मिनट के बाद सिविल सर्जन सांसद के सामने आए. 


'आप मेरा मोबाइल देख लीजिए'


सांसद ने सिविल सर्जन को ऐसी क्लास लगाई कि वहां मौजूद लोगों में तरह-तरह की चर्चा होने लगी. पूरा मामला यह है कि सदर अस्पताल आने से पहले सिविल सर्जन को सांसद ने फोन किया, लेकिन फोन इन्होंने नहीं उठाया. सांसद ने सिविल सर्जन से कहा कि हम कितना बार फोन किए हैं देखिए मोबाइल, सिविल सर्जन ने कहा कि एक लेटर आया था उसी में व्यस्त थे. महोदय आप दो तीन बार ही कॉल किए हैं कॉल आया हुआ है. आगे सांसद ने कहा कि आपके जैसा सिविल सर्जन रहेगा तब काम होगा, फिर सिविल सर्जन ने कहा कि आप मेरा मोबाइल देख लीजिए. इस पर सांसद ने कहा कि आप न देखिए हमको देखने बोल रहे हैं. अपका मोबाइल है और हम देखे, बैठे रहिएगा और सांसद का फोन नहीं उठाइएगा. सांसद ऐसे ही फोन करता है.


पानी की किल्लत पर सांसद ने पूछा सवाल


सदर अस्पताल में पानी की किल्लत पर सांसद ने नाराज होकर नगर आयुक्त से फोन कर पूछा, लेकिन नगर आयुक्त ने कहा कि कभी नहीं ऐसी जानकारी है और नहीं ही किसी के द्वारा दिया गया है. इस पर सिविल सर्जन से पूछा कि कभी भी आपने पानी की किल्लत की जानकारी दी. हमें या अन्य अधिकारी को, इस पर सिविल सर्जन ने कहा कि हमने नगर आयुक्त को इसकी जानकारी दी थी, लेकिन नगर आयुक्त ने सांसद से कह चुके थे कि ऐसी जानकारी हमें नहीं दी गई थी. पानी की किल्लत न हो इसको लेकर सांसद ने सिविल सर्जन को कई दिशा निर्देश भी दिए. 


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