पटना: नागालैंड (Nagaland) में जेडीयू (JDU) के विधायक और प्रदेश अध्यक्ष ने बीजेपी (BJP) गठबंधन वाली सरकार को बगैर शर्त समर्थन दे दिया है. इसको लेकर जेडीयू में सवाल उठने लगे हैं. इस पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) ने गुरुवार को कहा कि इस बात की जानकारी कल मिली. हम लोगों की सहमति के बिना नागालैंड के प्रदेश अध्यक्ष और जीते हुए विधायक ने अपना समर्थन बीजेपी को दिया है, जो घोर अनुशासनहीनता है. इस पर पूरे संगठन को ही बर्खास्त कर दिया गया है.


नागालैंड जेडीयू संगठन को भंग कर दिया गया है- ललन सिंह


ललन सिंह ने कहा कि पार्टी में इस तरह की गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसको लेकर नागालैंड में पूरे संगठन को ही भंग कर दिया गया है. अब नागालैंड में नई इकाई का गठन किया जाएगा. हमारा साफ मानना है कि हम बीजेपी को समर्थन नहीं करेंगे. इसके पहले भी दूसरे जगह हमारे जीते हुए विधायकों को बीजेपी ने शामिल करा लिया था. मणिपुर और अरुणाचल में भी किए गए थे.


नागालैंड में जेडीयू विधायक ने बीजेपी को दिया समर्थन


बता दें कि नागालैंड में जेडीयू के एकमात्र विधायक ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सहमति के बिना बीजेपी गठबंधन वाली सरकार को बगैर शर्त समर्थन दे दिया. 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए हाल में संपन्न हुए चुनाव में जेडीयू के ज्वेंगा सेब ने त्से मिन्यु सीट से जीत हासिल की है. उन्होंने अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी आरपीआई (आठवले) उम्मीदवार लोगुसेंग सेम्प को 2,563 वोटों से हराया था. जेडीयू ने विधानसभा चुनाव में अपने आठ उम्मीदवार उतार थे. वहीं, स्थानीय मीडिया के मुताबिक, नीतीश कुमार और पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह ने कथित तौर पर नगालैंड के अपने एकमात्र विधायक को जीत की बधाई नहीं दी थी. 


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