पटना: आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह (Fateh Bahadur Singh) की ओर से हिंदू धर्म के देवी-देवताओं पर दिए गए विवादित बयान का शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर (Chandrashekhar) ने समर्थन किया है. यह भी कहा कि फतेह बहादुर सिंह ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात कही थी. उन्होंने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है, स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है. इस बयान पर जेडीयू ने कड़ा विरोध किया है. सोमवार (08 जनवरी) को जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार (JDU Neeraj Kumar) ने विरोध जताते हुए कहा कि यह उनका दोहरा चरित्र दर्शाता है.


नीरज कुमार ने कहा कि कौन क्या बयान दे रहे हैं यह उनके लिए महत्वपूर्ण है, उनकी टीआरपी के लिए महत्वपूर्ण है. हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है. यह सबके लिए गौरव का क्षण है और महत्वपूर्ण क्षण है. हम अभी जाएंगे या भविष्य में जाएंगे, हम तो जाते भी रहते हैं. अयोध्या तो रामलला के पूजन के लिए जाना ही जाता है.


नीरज कुमार ने की सीएम नीतीश की तारीफ


बयान जारी करते हुए जेडीयू नेता ने सीएम नीतीश कुमार की तारीफ कर दी. कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो सरकारी बजट से मंदिर की घेराबंदी करवाते रहते हैं. पुनौरा धाम मंदिर जो माता जानकी के लिए प्रसिद्ध माना जाता है उसके लिए 72 करोड़ का बजट तैयार किया गया है. इसके अलावा बड़ी पटन देवी मंदिर या कई मंदिरों का काम सरकार के द्वारा किया जा रहा है. हम लोग सभी धर्म का सम्मान करते हैं.


उन्होंने प्रोफेसर चंद्रशेखर के बयानों का जवाब देते हुए कहा कि शिक्षा तो प्रकाश की ओर ले ही जाता है, परंतु ज्ञान होने के लिए भी मनुष्य को धार्मिक ग्रंथों के प्रति सम्मान का भाव प्रकट करना चाहिए. अगर ज्ञान ही नहीं रहेगा तो क्या रामायण और कुरान शरीफ पढ़ेगा, उसका विश्लेषण कैसे करेगा?


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