पटना: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में बीजेपी (BJP) के अयोध्या के राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण को मुद्दा बनाने की खबरों के बीच सत्तारूढ़ महागठबंधन ने प्राचीन पुनौरा मंदिर (Punaura Temple) को विकसित करने की योजना बनाई है. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) मंत्रिमंडल ने इस योजना को स्वीकृति भी दे दी है. सीतामढ़ी जिले में एक प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थल पुनौरा धाम को भगवान राम (Lord Ram) की पत्नी देवी सीता (Mata Seeta) का जन्मस्थान माना जाता है. बिहार सरकार बीजेपी के मंदिर मुद्दे से मुकाबला को लेकर मंदिर को ही हथियार बनाने की कोशिश कर रही है. मंत्रिमंडल की मंगलवार को हुई बैठक में इस योजना के लिए 72.47 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है.
इससे महागठबंधन को कोई लाभ नहीं होने वाले है- बीजेपी
बताया जाता है कि सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम मंदिर विकसित योजना के तहत 'सीता वाटिका', 'लव-कुश वाटिका', कैफेटेरिया, भूनिर्माण मार्ग सहित अन्य निर्माण कराए जाएंगे. बीजेपी के प्रवक्ता राकेश कुमार सिंह कहते हैं कि इससे महागठबंधन को कोई लाभ नहीं होने वाले है. देश की जनता जानती है कि इन्हीं लोगों के कारण राम लला वर्षों से टेंट में थे. बीजेपी की बहुमत की सरकार बनने के बाद अयोध्या में भव्य मंदिर बनाने का कार्य न प्रारंभ हुआ, बल्कि जनवरी महीने तक पूरा भी हो जाएगा.
नीतीश कुमार ने सभी के लिए काम किया है- जेडीयू
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार पुनौरा धाम को विकसित करने की बात कई बार कर चुके हैं, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ. वहीं, जेडीयू के महासचिव राजीव रंजन कहते हैं कि नीतीश कुमार ने सभी के लिए काम किया है. हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई. पुनौरा धाम विकसित करने की योजना का राजनीति से कोई मतलब नहीं है. बीजेपी मंदिर, मस्जिद पर राजनीति करती है और सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देती है. उल्लेखनीय है बिहार के मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने पिछले दिनों सवाल उठाते हुए कहा था कि केंद्र सरकार ने भगवान राम की तरह देवी सीता के जन्मस्थान को विकसित करने पर ध्यान नहीं दिया.