कटिहार: जेडीयू में उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) नाराज चल रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा लगातार जेडीयू (JDU) को लेकर कई सवाल उठा रहे हैं. इसको लेकर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) और सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के निशाने पर हैं. इसको लेकर खूब बयानबाजी भी हो रही है. वहीं, आचारसंहिता के एक मामलों को लेकर जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा गुरुवार को कटिहार पहुंचे हुए थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पार्टी में नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है. पार्टी को पटरी पर लाने की कोशिश है.


पार्टी को बचाना मेरी ड्यूटी है- उपेंद्र कुशवाहा 


उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मेरी बातों का लोग अपने हिसाब से अर्थ निकालते हैं. जो लगे उनकी मर्जी, अपने हिसाब से लोग अर्थ निकालते रहे. इस पार्टी को बचाना मेरी ड्यूटी है. अपनी ड्यूटी का निर्वहन कर रहा हूं. इसके लिए जो हो सकता है कर रहा हूं. वहीं, जेडीयू को लेकर बैठक पर उन्होंने कहा कि पार्टी कैसे बचेगी? आज बिहार भर के सभी कार्यकर्ता इस बात को लेकर चिंतित हैं. उन्हीं लोगों को एक साथ हमने कहा है कि आइए बैठिए. पार्टी बचाने के ख्याल से सभी साथ बैठकर विमर्श कीजिए. इसको लेकर विमर्श बैठक है.


जेडीयू में सबकुछ ठीक नहीं


बता दें कि इन दिनों जेडीयू में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा काफी सयम से जेडीयू में नाराज चल रहे हैं. पार्टी में अपनी अनदेखी से नाराज हैं. इसको लेकर सवाल भी उठा चुके हैं. इसके साथ ही उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू और आरजेडी के बीच हुई 'डील' की बात कई बार कर चुके हैं लेकिन इस मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार की दिलचस्पी नहीं दिख रही है. नीतीश कुमार भी उपेंद्र कुशवाहा को तवज्जो नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा था कि वो जाना चाहते हैं तो जा सकते हैं. वहीं, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने हाल ही में कहा कि उपेंद्र कुशवाहा सिर्फ एमएलसी हैं पार्टी में जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष नहीं हैं. वही, इस विवाद में कोई भी समझौता करने के मूड में नहीं दिख रहा है.


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