पटना: जेडीयू (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह (Lalan Singh) ने गुरुवार को लोकसभा के प्रश्नकाल में बिहार के कोसी-मेची लिंक परियोजना को राष्ट्रीय सिंचाई परियोजना के रूप में स्वीकृति देने की मांग उठाई. उन्होंने सदन में प्रश्न काल के दौरान कहा कि केंद्र सरकार का ये निर्णय है कि 2 लाख हेक्टेयर से ज्यादा सिंचाई क्षमता वाली जो योजनाएं होंगी, उन्हें राष्ट्रीय योजना घोषित किया जाएगा. ऐसे में बिहार के कोसी-मेची लिंक परियोजना 2 लाख 17 हजार हेक्टेयर में सिंचाई का पटवन करेगा तो क्या उसे राष्ट्रीय योजना के रूप में घोषित किया जाएगा?


जानें क्या है कोसी-मेची लिंकिंग परियोजना


बता दें कि कोसी-मेची लिंकिंग परियोजना देश की दूसरी रिवर लिंकेज परियोजना है. 4,900 करोड़ के लागत की इस परियोजना को लगभग पांच वर्षों में पूरा किया जाना है. इस परियोजना के तहत 72 किमी. नहर के माध्यम से पश्चिम में कोसी को पश्चिम में किशनगंज में मेची बेसिन के साथ जोड़ा जाएगा. साथ ही इस नहर को पूर्व में महानंदा बेसिन के साथ भी जोड़ा जाएगा.


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इस परियोजना के माध्यम से सीमांचल क्षेत्र के अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार जिलों में सिंचाई की भी व्यवस्था की जाएगी. कोसी-मेची लिंक परियोजना के क्रियान्वयन के बाद बिहार में आने वाली बाढ़ को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि एक चैनल बन जाने के बाद नदियों के बढ़े हुए जलस्तर को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी.



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