पटना: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के बिहार दौरा के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है. नवादा में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने नीतीश सरकार (Nitish Kumar) पर जमकर निशाना साधा. वहीं, केंद्रीय मंत्री के आरोपों पर जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार (Neeraj Kumar) ने रविवार को पलटवार किया. उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह फर्जीवाड़ा में पीएचडी किए हुए हैं. संघीय ढांचे को दरकिनार करते हुए उन्होंने राज्यपाल से बात की. पिछड़ा समुदाय से नीतीश कुमार हैं, इसलिए उनको दरकिनार कर गृह मंत्री ने राज्यपाल से बात की. बंगाल के सीएम को भी ऐसे ही अपमान कर चुके हैं. बिहार की जनता हिसाब लेगी.
राजौली के मामले में पीएमओ ने देश को गुमराह किया- जेडीयू
नीरज कुमार ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि रजौली में परमाणु संयंत्र बिजली घर खुलना था लेकिन पर्याप्त पानी की उपलब्धता की कमी के कारण परियोजना को रद्द कर दिया गया. राजौली के मामले में पीएमओ ने देश को गुमराह किया है जबकि राज्य सरकार ने पानी उपलब्ध कराने की बात कही थी. गृह मंत्री बताएं परमाणु बिजली संयंत्र कहां लगा हैं?
'एंटीबायोटिक टेबलेट से 2024-25 उनका इलाज करेंगे'
आगे जेडीयू प्रवक्ता अमित शाह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अमित शाह में दम है तो बताए सासाराम में किसकी मौत हुई है? इसकी उन्हें जानकारी देनी चाहिए. सासाराम में उनके कार्यक्रम के लिए 1600 पुलिस के जवान, आठ डीएसपी और दो एसपी को लगाया गया था. अमित शाह की हर एक असत्य को उजागर करेंगे. एंटीबायोटिक टेबलेट से 2024-25 उनका इलाज करेंगे.
'चरखा अभियान बंद हो गया'
जेडीयू नेता ने कहा कि एनजीओ द्वारा नवादा में 100 महिलाओं को बैंक लोन के जरिए सोलर चरखा दिलवाया गया था. चरखा अभियान बंद हो गया, महिलाएं लोन अभी भी चुका रहीं हैं. लखनऊ के एक शख्स को चरखा लगाने का टेंडर दिया गया था. पीएम ने मन की बात में महिला का जिक्र किया था, जो सोलर चरखा से आत्मनिर्भर हुई थी लेकिन हकीकत ये है कि महिलाएं फंस गयीं.