पटना: बिहार सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता सम्राट चौधरी का कहना है कि बिहार में गठबंधन सरकार होने की वजह से बीजेपी को सरकार चलाने में परेशानी हो रही है. चार अलग-अगल विचारधारा की पार्टियों के साथ होने से बीजेपी की नीतियों को लागू करना मुश्किल है. बीजेपी ने 73 सीट लाने के बावजूद जेडीयू नेता नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बना दिया. पंचायती राज विभाग के मंत्री का ये बयान सामने आने के बाद सूबे के राजनीतिक पारा चढ़ गया है. विपक्ष के नेता मंत्री के इस बयान को लेकर राज्य सरकार को घेर रहे हैं.
'बयान नहीं, बड़बोलापन है'
इधर, मंत्री के इस बयान पर मंगलवार को जेडीयू प्रवक्ता सुहेली मेहता ने आपत्ति जताते हुए कहा कि सम्राट चौधरी का बयान नहीं, उनका बड़बोलापन है. ये एक ऐसे नेता की बातें हैं, जिनको बहुत ज्यादा राजनीतिक समझ नहीं है. जो लोग उंगली पकड़ कर राजनीति में लाए गए हैं, वहीं लोग नीतीश कुमार के लिए इस तरह का राजनीतिक बयान दे सकते हैं. जो संघर्ष से उपजे हुए नेता हैं और जिन्होंने बिहार को बहुत गहराई से देखा है, वो ऐसे बयान नहीं देंगे.
मीडिया में बने रहने की है कोशिश
उन्होंने कहा, " हमारी गठबंधन की सरकार लगभग 16-17 सालों से सफलता पूर्वक चल रही है और बीजेपी के भी सभी नेता हमारे नेता का बड़े आदर से नाम लेते हैं. खुद देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी नीतीश कुमार की योजनाओं की तारीफ है. लेकिन कुछ ऐसे बड़बोले नेता हैं, जो अपना नाम जबर्दस्ती जनता के बीच लाने के लिए और मीडिया में आने के लिए ऐसे बयान देता हैं."
सुहेली मेहता ने कहा, " इस पर हम लोग ज्यादा नोटिस नहीं लेते, चूंकि इनकी संस्कृति ही ऐसी रही है, व्याकुल होने की. इनकी जिस पार्टी से शुरुआत हुई थी, जब वो उस पार्टी के नहीं हो पाए, जहां अवैध रूप से ये मंत्री बनाए गए थे, विधायक बनाये गए थे, तो ये किसी के क्या होंगे."
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