नालंदा: हिंदी भाषा को लेकर डीएमके सांसद दयानिधि मारन (Dayanidhi Maran) की ओर से दिए बयान पर सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब,  इस पर जेडीयू ने अपना जवाब दिया है. जेडीयू नेता और सरकार में मंत्री श्रवण कुमार (Shrawon Kumar) ने डीएमके सांसद के बयान की कड़ी आलोचना की है. सोमवार (25 दिसंबर) को नालंदा पहुंचे मंत्री श्रवण कुमार ने सांसद दयानिधि मारन के दिए आपत्तिजनक बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि यह बिहारियों का अपमान है.


श्रवण कुमार ने मीडिया को बयान देते हुए कहा कि जाति, धर्म और भाषा के नाम पर आम जनमानस में वैमनस्यता बढ़ाने वाला यह बयान है. उन्होंने कहा कि डीएमके नेता जो बात कह रहे हैं वो सरासर गलत है. उसमें कोई दम नहीं है. दो टूक में जवाब देते हुए कहा कि बिहार का आदमी बोझ नहीं बनता है, बल्कि बोझ उठाता है. जहां-जहां बिहारी जाता है वहां का विकास और तरक्की बढ़ जाता है.


आगे अपने बयान में श्रवण कुमार ने कहा कि डीएमके नेता इस तरह का बयान देकर बिहारियों का अपमान कर रहे हैं. इसको किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बता दें कि डीएमके सांसद दयानिधि मारन का एक बयान खूब वायरल हो रहा है जिसमें वो कह रहे हैं कि यूपी और बिहार से आने वाले हिंदी भाषी लोग सड़कों और शौचालयों की सफाई करने का कार्य करते हैं.


नेता की हत्या पर उठे सवाल पर साधा निशाना


वहीं दूसरी ओर सीवान में हुई एआईएमआईएम के नेता आरिफ जमाल की गोली मारकर हत्या करने पर बीजेपी बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर सवाल उठा रही है. इस पर श्रवण कुमार ने कहा कि बीजेपी अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए कुछ-कुछ बोलती रहती है. यूपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वहां क्या हो रहा है यह किसी को नहीं दिख रहा है. हमारे मुख्यमंत्री ने कभी नहीं कहा कि बिहार में क्राइम बंद हो गया है. घटनाएं और दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन बिहार में घटना को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जा रहा है. सबसे ज्यादा क्राइम बीजेपी शासित प्रदेश में हो रहा है.


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