JDU प्रवक्ता ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का किया स्वागत, कहा- सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं
जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि देश की 130 करोड़ जनता सुशांत सिंह राजपत के लिए न्याय की मांग कर रही थी और आज सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया वह स्वागत योग्य है.
पटना: सुशांत सिंह राजपूत मामले में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से सुशांत के प्रशंसकों में खुशी की लहर है. इसी क्रम में कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा, " अन्याय के खिलाफ न्याय की जीत हुई है. सत्य परेशान होता है पराजित नहीं होता. मैं धन्यवाद देता हूं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कि सुशांत सिंह राजपूत के पिता की ओर से जब सीबीआई जांच के लिए गुहार लगाई गई तब उन्होंने सीबीआई जांच की अनुशंसा की और केंद्र ने भी सहमति दे दी.
उन्होंने कहा, " लेकिन केंद्र की सहमति के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया और उस न्याय के मंदिर में आज न्याय मिला है. देश की 130 करोड़ जनता सुशांत सिंह राजपूत जो बिहार का ही नहीं पूरे देश का लाल था, उसके लिए न्याय की मांग कर रही थी और आज सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया वह स्वागत योग्य है. मैं महाराष्ट्र सरकार के मुख्यमंत्री को यह कहना चाहता हूं कि अनिल देशमुख जो वहां गृहमंत्री हैं उन्हें बर्खास्त करें नहीं तो उनसे इस्तीफा लें."
संजय सिंह ने कहा, " आज इंसाफ मिला है और निश्चित तौर पर जब जांच होगा बहुत कुछ सामने आएगा. बीते दो महीने में मुंबई पुलिस ने कुछ नहीं किया. जब सुशांत के पिता की ओर से पटना में FIR दर्ज कराया गया और पटना पुलिस अनुसंधान के लिए मुंबई गई तो उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया मानों वो कोई क्रिमिनल हों. यहां से गए आईपीएस अधिकारी को रात के 12 बजे क्वारेन्टीन कर दिया जाता है, वहां तो फ्लाइट से बहुतों लोग उतरते हैं, उन्होंने कितनों को क्वारेन्टीन किया."
उन्होंने कहा, " ये क्या दर्शाता है कि दाल में कुछ काला है. बड़े-बड़े रसूखदारों को बचाने का कोशिश मुंबई पुलिस कर रही थी. इसलिए सीबीआई जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है स्वागत योग्य है और जब जांच शुरू होगा तो इसमें बड़े बड़े रसूखदारों का नाम होगा और वो बेनकाब होंगे."
संजय सिंह ने कहा, " सीबीआई द्वारा किसी पर नकेल कसने की कोशिश नहीं की जा रही है. पहले तो रिया चक्रवर्ती ने ही सीबीआई जांच की मांग की थी फिर बाद में क्या हो गया, जब सीबीआई जांच का मामला आया क्यों पीछे हटी."