JDU Support Amit Shah: जेडीयू ने लोकसभा में अमित शाह के बयान का समर्थन किया है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने बुधवार को एबीपी न्यूज से बातचीत में कांग्रेस पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि जब इतिहास में गड़े मुर्दे उखड़ेंगे तो कांग्रेस को जवाब देना मुश्किल हो जाएगा. अंबेडकर और उनके संविधान की कॉपी लेकर कांग्रेस नेता बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन जब देश की संविधान सभा को भारत के संविधान की रचना का दायित्व सौंपा गया था तो उस संविधान सभा का सदस्य बनने के लिए अंबेडकर को कितने पापड़ बेलने पड़े थे, इसकी कल्पना नहीं की जा सकती है.
कांग्रेस पार्टी पर क्या बोले राजीव रंजन?
राजीव रंजन ने कहा कि कांग्रेस के उस समय के नेता अंबेडकर को संविधान सभा में शामिल नहीं करना चाहते थे. जब उन्होंने विरोध किया कि मैं संविधान को नहीं मानूंगा तब जाकर दबाव में आकर कांग्रेस ने उनको संविधान सभा का सदस्य बनाया. दो-दो लोकसभा चुनाव अंबेडकर के खिलाफ कांग्रेस लड़ी और तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू खुद अम्बेडकर के खिलाफ प्रचार करने गए थे. सबसे ज्यादा अगर किसी ने अंबेडकर का अपमान और विरोध किया तो वह कांग्रेस है.
जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि अमित शाह के इस्तीफे की मांग जो विपक्ष कर रहा है, यह बिना सिर पैर की मांग है. संविधान और अंबेडकर को लेकर अमित शाह ने कोई आपत्तिजनक बात नहीं कही है. कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के लिए अपनी साख बचाना मुश्किल है. बता दें कि मंगलवार को संविधान पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह के जरिए अंबेडकर के बारे में की गई टिप्पणी पर सियासत गरमाई हुई है. विपक्ष सरकार को घेर रहा है.
विपक्ष ने लगाया अंबेडकर के अपमान का आरोप
विपक्ष की ओर से आरोप लगाया जा रहा है कि शाह ने अंबेडकर का अपमान किया. दलितों का अपमान हुआ. विपक्षी दल ने आरोप लगाया कि यह टिप्पणी दर्शाती है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेताओं में बी आर अंबेडकर के प्रति 'काफी नफरत' है. बता दें कि शाह ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'अभी एक फैशन हो गया है- अंबेडकर, अंबेडकर, इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता'.
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