पटना: जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने गुरुवार को जेडीयू मुख्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में एलजेपी के 208 नेताओं को जेडीयू की सदस्यता दिलाई. कार्यक्रम के दौरान आरसीपी सिंह ने घोषणा की, कि 1 मार्च को सीएम नीतीश कुमार के जन्मदिन को पार्टी विकास दिवस के रूप में मनाएगा. इस दिन हर शहर, कस्बे और गांव के एक-एक बूथ पर जेडीयू के कार्यकर्ता जुटेंगे और अपने नेता के दीर्घायु होने की कामना करेंगे. इसके साथ ही सभी साथी नीतीश कुमार द्वारा किए गए अनगिनत विकास कार्यों की चर्चा करेंगे और बिहार को विकसित राज्य बनाने का संकल्प लेंगे.


जेडीयू में परिवारवाद और वंशवाद की जगह नहीं


मिलन समारोह को संबिधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने एलजेपी से आने वाले सभी नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि जेडीयू समाजवादी विचारधारा पर चलने वाली देश की एकमात्र पार्टी है, जिसमें परिवारवाद और वंशवाद की कोई जगह नहीं है.


बिहार ही सीएम नीतीश का परिवार


उन्होंने कहा कि अगर आपमें प्रतिभा है, आप दल के प्रति निष्ठावान हैं और मेहनत से अपना काम करते हैं, तो जेडीयू में किसी भी पद को पा सकते हैं. उन्होंने कहा कि हमारे नेता नीतीश कुमार ने अपने कामों से बिहार को नई पहचान दी है. सेवा ही उनका धर्म और बिहार ही उनका परिवार है. हमें उनके आदर्शों पर चलकर बिहार का गौरव बढ़ाना है.


समाज में अंतिम पायदान पर खड़े लोगों तक पहुंचना है


इस दौरान जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने इस मौके पर कहा कि जेडीयू में शामिल होने वाले सभी नेताओं को मैं बधाई देता हूं कि उन्होंने न्याय के साथ विकास का मार्ग चुना. उन्होंने कहा कि हम सबको पार्टी की नीति और सिद्धांत पर मजबूती से काम करते हुए समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों तक पहुंचना है.


बता दें कि जिन नेताओं ने आज एलजेपी छोड़कर जेडीयू की सदस्यता ली, उनमें एलजेपी के प्रदेश महासचिव केशव सिंह, रामनाथ रमण, दीनानाथ कान्ति, प्रो. मो एजाज, लेबर सेल के प्रदेश अध्यक्ष कौशल सिंह कुशवाहा, अतिपिछडा प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पारसनाथ गुप्ता और सिकन्दरा के पूर्व प्रत्याशी सुभाष पासवान प्रमुख हैं.


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